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गुस्‍से में झारखंड से बिहार पहुंचे गजराज, नवादा में उत्‍पात मचा रहा हाथियों का झुंड; लोग दहशतजदा

झारखंड से पहुंचे नौ हाथियों के एक झुंड ने रजौली प्रखंड के चितरकोली और दुधही माटी गांव में जमकर उत्पात मचाया। दोनों गांवों में कई घरों को झुंड ने क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसे लेकर ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 03:53 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 03:53 PM (IST)
गुस्‍से में झारखंड से बिहार पहुंचे गजराज, नवादा में उत्‍पात मचा रहा हाथियों का झुंड; लोग दहशतजदा
नवादा में घूम रहा हाथियों का झुंड। जागरण।

संवाद सहयोगी, रजौली (नवादा)। झारखंड से पहुंचे नौ हाथियों के एक झुंड ने रजौली प्रखंड के चितरकोली और दुधही माटी गांव में जमकर उत्पात मचाया। दोनों गांवों में कई घरों को झुंड ने क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसे लेकर ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। शुक्रवार की रात लोगों की नींद उड़ी रही। लोग रतजगा करने को मजबूर रहे। चितरकोली पंचायत के दुधिया माटी गांव के बिरहोर टोला में नल जल योजना से बने वाटर टैंक को क्षतिग्रस्त कर दिया है। किसान मुकेश कुमार, पिंटू कुमार यादव आदि के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। कई लोगों के घरों को तोड़ दिया। जिससे लोगों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है।

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बिरहोर टोला मे ही कृष्ण बिरहोर, देवा बिरहोर समेत कई ग्रामीणां के ईंट से निर्मित मकान को ध्वस्त कर दिया है। बता दें कि शुक्रवार की सुबह रतनपुर गांव से सटे जंगल में हाथियों के झुंड को देखा गया था। जंगल में कई पेड़ों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया था। इसके पूर्व रतनपुर गांव से तकरीबन एक किलोमीटर की दूरी पर कुशहन गांव में झुंड ने उत्पात मचाया था। वहां भी कई घरों को क्षति पहुंचाई थी। रतनपुर जंगल में हाथियों को रोकने के लिए कई एहतियातन कदम उठाए गए थे। बावजूद झुंड जंगल से निकल कर चितरकोली और दुधही माटी गांव में जाकर तोडफ़ोड़ मचाई।

आबादी की तरफ आने से बढ़ी चिंता

हाथियों के झुंड के आबादी की तरफ बढ़ने से चिंता बढ़ गई है। आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। वन विभाग और रजौली थाना की पुलिस की चिंता भी बढ़ गई है। रतनपुर में हाथियों के प्रवेश को रोकने के लिए गांव की सीमाओं पर लकडिय़ां जलाई गई थी। ताकि आग देखकर हाथी गांव में नहीं घुसे। लेकिन हाथियों का झुंड जंगल से होते ही चितरकोली और दुधही माटी गांव प्रवेश कर गया।

हाथियों को रोकने का किया जा रहा प्रवेश

आपात स्थिति से निबटने के लिए वन विभाग की टीम और रजौली थाना की पुलिस पूरी तरह एक्टिव मोड में है। हाथियों को आबादी की तरफ बढऩे से रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। जंगल से सटे गांवों की सीमाओं ने लोहाटी (लकडि़यों की ढेर) जलाई जा रही है। गांवों में भी मुनादी कराई जा रही है कि कोई भी जंगल की तरफ या हाथियों के नजदीक न जाएं। ताकि आमजनों को देख हाथी हिंसक नहीं हों। गांवों में लगातार माइकिंग कराई जा रही है।

बंगाल से बुलाई गई एक्सपर्ट टीम

हाथियों को काबू में करने के लिए बंगाल के बांकुड़ा से एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है। डीएफओ अवधेश कुमार ओझा ने बताया कि कुछ दिन पहले हाथियों के इस झुंड को झारखंड में देखा गया था। उधर से ही यह झुंड नवादा जिले की सीमा में पहुंचा है। हाथियों को पुन: झारखंड के जंगल में भेजने के लिए बंगाल से एक्सपर्ट टीम मंगाई गई है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हाथियों को परेशान नहीं करें। जंगल की तरफ नहीं जाएं।

सात माह पूर्व एक हाथी ने मचाया था उत्पात

करीब सात माह पूर्व सिरदला के जंगल से होते हुए एक हाथी मैदानी इलाके के गांवों में पहुंच गया था। इस नारदीगंज, हिसुआ, मेसकौर आदि थाना इलाके में तीन लोगों की जान ले लिया था। काफी मशक्कत के बाद वह गया के जंगल की ओर जा सका था।


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