Indian Railway News: रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, एक अक्टूबर से चलेगी पटना-सासाराम फास्ट पैसेंजर
कोरोना महामारी के कारण लगभग डेढ़ वर्ष तक पटना-सासाराम फास्ट पैसेंजर ट्रेन का स्थगित परिचालन एक अक्टूबर से शुरू होगा। परिचालन शुरू करने संबंधी अधिसूचना रेलवे द्वारा जारी कर दी गई है। यहां देखें ट्रेन का पूरा शिड्यूल।
सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के कारण लगभग डेढ़ वर्ष तक पटना-सासाराम फास्ट पैसेंजर ट्रेन का स्थगित परिचालन एक अक्टूबर से शुरू होगा। परिचालन शुरू करने संबंधी अधिसूचना रेलवे द्वारा जारी कर दी गई है। पटना से यह ट्रेन प्रतिदिन दोपहर 3.15 में खुलेगी, जो सचिवालय हाल्ट, फुलवारीशरीफ, दानापुर, नेऊरा, सदिसोपुर, विहटा, कोइलवर, कुल्हरिया, आरा, गड़हनी, चरपोखरी हाल्ट, पीरो, बिक्रमगंज, संझौली हाल्ट, गढऩोखा रूकते हुए सासाराम में रात 8.20 में पहुंचेगी। वहीं सासाराम से सुबह में 6.20 में खुलकर पटना 10.28 में पहुंचेगी।
इस ट्रेन का परिचालन शुरू होने से यात्रियों को पटना व आरा तक सफर करने में सहूलियत हो जाएगी। डीजल-पेट्रोल के दामों में हुई बेतहाशा वूृद्धि से बस व अन्य सवारी गाड़ी से सफर करना लोगों को महंगा साबित हो रहा है। वाहन कर्मी मनमाना किराया वसूल रहे हैं, जिसे ले आए दिन यात्रियों कर्मियों के बीच नोंक-झोंक की घटनाएं आम बात हो गई है। बताते चले कि पूर्व में भी इस ट्रेन का परिचालन शुरू करने का निर्णय रेलवे ने लिया था, परंतु अंतिम क्षण में तकनीकी कारणों से परिचालन को अगले आदेश तक रोकना पड़ा था।
ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत
जीआरपी थाना सासाराम के करवंदिया रेलवे क्रासिंग के पास रेल लाइन पार करने के क्रम में ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त 40 वर्षीय मोहम्मद मुस्लिम की रूप में की गई है। वह मूल रूप से झारखंड राज्य के पलामू जिलाके डालटनगंज का रहने वाला था। बताया जाता है कि रविवार की सुबह अप लाइन पर आ रही मालगाड़ी ट्रेन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुए मोहम्मद मुस्लिम को इलाज के लिए सदर अस्पताल सासाराम लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वह किसी पुल निर्माण कंपनी में मजदूरी करता था। परिजन शव को लेकर डालटनगंज लेकर चले गए। जीआरपी थानाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने इस घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताई है। थानाध्यक्ष के अनुसार ट्रेन से झटका लगने से एक व्यक्ति घायल होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारी को घटनास्थल पर भेजा गया था। घटनास्थल पर अधिकारी के पहुंचने से पहले ही घायल को लेकर परिवार के लोग किसी अस्पताल में ले इलाज के लिए ले गए थे।