रेलवे अस्पताल के डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार
गया। कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर रेलवे अस्पताल में एहतियात के रूप में कई कदम उठाये गए हैं। डीडीयू रेल मंडल के रेलवे अनुमंडल अस्पताल गया में बने आइसोलेशन वार्ड में बेड की संख्या 6 से बढ़ा कर 10 कर दी गई है। इसमें अलग से प्रवेश एवं निकास द्वार बनाया गया है। आइसोलेशन वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ यहां 18 ऑक्सीजन सिलेंडर जैसे आवश्यक जांच उपकरण लगाए गए हैं।
गया। कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर रेलवे अस्पताल में एहतियात के रूप में कई कदम उठाये गए हैं। डीडीयू रेल मंडल के रेलवे अनुमंडल अस्पताल गया में बने आइसोलेशन वार्ड में बेड की संख्या 6 से बढ़ा कर 10 कर दी गई है। इसमें अलग से प्रवेश एवं निकास द्वार बनाया गया है। आइसोलेशन वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ यहां 18 ऑक्सीजन सिलेंडर जैसे आवश्यक जांच उपकरण लगाए गए हैं। कोरोना कीट के साथ रेलवे अस्पताल के डॉक्टर, नर्स सहित अन्य सभी कर्मियों को स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमित मरीजों की इलाज के प्रशिक्षित भी किया गया है। ----------- आउटडोर व इनडोर में डॉक्टर तैनात
रेल अनुमंडल अस्पताल में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए रेल कर्मचारियों के आउटडोर व इनडोर में डॉक्टर व हेल्थ कर्मचारी 24 घंटे तैनात है। सीएमएस इंचार्ज डॉ. आरबी सिंह ने कोरोना की बढ़ती दूसरी लहर को देखते हुए रेलवे अस्पताल के डॉक्टर एवं अन्य कर्मी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहते हैं। शहर में ही रहने वाले एक रिटायर्ड 75 वर्षीय रेलकर्मी मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती लिया गया। उनका इलाज चल रहा है। उन्हें अस्थमा की शिकायत है। इसके साथ कई तरह की बीमारी है। उनकी जांच की जा रही है। साथ ही कोरोना संक्रमित की भी जांच कराई जाएगी। ------- रेलकर्मचारियों की सुविधा के लिए कोविशील्ड का टीकाकरण शुरू
रेल अनुमंडल अस्पताल में गया जंक्शन समेत मानपुर, परैया, गुरारू, कष्ठा, इस्मालपुर कई स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारी अपनी और परिवार के सदस्यों का इलाज कराते है। अब तक दो कर्मचारी व उनके परिवार वालों को कोविशिल्ड का टीका लगाया गया। जो हर रोज सुबह आठ बजे से चार बजे शाम तक जारी है।