कई राज्यों के गांजा तस्करों से जुड़े हैं रोहतास के तार, एनसीबी की सूची में इस जिले के तस्करों के भी नाम
रोहतास पुलिस ने गांजा तस्करों को फिर पकड़ा है। अब इस बात के पुख्ता प्रमाण मिल गए हैं कि इस जिले में मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। इन तस्करों के तार कई राज्यों से जुड़े बताए जाते हैं।
जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। जिले में मादक पदार्थों के तस्कर सक्रिय हैं। चाहे वह शराब हो या फिर अफीम और गांजे की तस्करी। दो दिन पहले बोलेरो सहित दो गांजा तस्करों की गिरफ्तारी और बड़ी मात्रा में गांजा की बरामदगी के बाद पुलिस को इसका पुख्ता प्रमाण मिल गया है। अब पुलिस इस पर लगाम लगाने की रणनीति पर काम कर रही है। वैसे तो मुफस्सिल थाना क्षेत्र में गांजा बरामदगी की घटना से पूर्व भी जिले के अन्य हिस्से में गांजा बरामद होने के मामले पहले भी प्रकाश में आते रहे है। नहर किनारे की सड़कों पर दौड़ लगाते वाहनों को देख पुलिस कर्मियों के कान खड़े हो जाते है। नोखा, नटवार के बीच के कई गांवों और उसके आसपास के इलाकों में गांजा तस्करी के प्रमाण पहले भी मिले हैं।
गांजा तस्करों की टोह में खाक छान चुकी है छत्तीसगढ़ पुलिस
जिले में गांजा तस्करी से जुड़े अपराधियों के तार देश के कई राज्यों झारखंड, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश से जुड़े हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस भी गांजा तस्कर की खोज में रोहतास जिले में खाक छान चुकी है। हालांकि यह बात अलग है कि तब गांजा तस्कर छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथ नहीं लगा था। इसके अलावा डेढ़ माह पहले मुफस्सिल पुलिस ने एक ट्रक गांजा बरामदगी के साथ ही आंध्र प्रदेश के इलाके से गांजा लाकर रोहतास में बिक्री करने का पर्दाफाश किया था।
एनसीबी इंटेलिजेंस की सूची में शामिल हैं रोहतास के तस्कर का नाम
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के रांची सब जोन के इंटेलिजेंस अधिकारियों के पास गांजा तस्करों की की सूची है उसमें रोहतास जिले के गांजा तस्करों का नाम शामिल है। नारकोटिक्स क्राइम ब्यूरो ने 17 दिसंबर 2020 को झारखंड की गोड्डा पुलिस ने पांच गांजा तस्करों को 434 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया था। उनमें एक का तार रोहतास जिले से जुड़ा हुआ था। अब एक बार फिर ताजा मामला सामने आने से पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। तस्करों की टोह में पुलिस जुट गई है।