सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मी कोरोना को ले बेफ्रिक,मास्क है पर पहनते नहीं
गया बुधवार की दोपहर 2 बजे थे। जयप्रकाश नारायण अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय खुला था। सीएस कक्ष में नहीं थे। उनका दरवाजा लगा हुआ था। लेकिन उसके बगल में कार्यालय में कर्मी तैनात थे।
गया : बुधवार की दोपहर 2 बजे थे। जयप्रकाश नारायण अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय खुला था। सीएस कक्ष में नहीं थे। उनका दरवाजा लगा हुआ था। लेकिन उसके बगल में कार्यालय में कर्मी तैनात थे। विभागीय कार्यो का निष्पादन कर रहे थे, लेकिन इस कार्यालय में कार्यरत कर्मी कोरोना बीमारी को लेकर बेफ्रिक थे। कार्यालय में छह कर्मी दिखे। दूसरे लोगों को कोरोना बीमारी से बचने की सलाह देने वाला स्वास्थ्य कर्मी खुद बेफ्रिक दिखे। इन कर्मियों के पास मास्क तो दिखा। पर उससे पहनने की जरूरत महसूस नहीं करते। अधिकांश कर्मी का मास्क को गले में लटकाए हुए दिखे। जब कैमरा की फ्लस चमका तब कर्मी आनन-फानन में गले में लटके मास्क को चेहरे पर पहनने लगे। तब वहां तैनात कर्मियों को मास्क की याद आई। दूसरों को सलाह देने वाला कार्यालय खुद इतने लापरवाह कैसे हो गए। इस पर विभागीय अधिकारी को सोचने की जरूरत है। शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं सिविल सर्जन कार्यालय के बगल के कमरे में प्रधान लिपिक और सहायक का कार्यालय है। प्रधान लिपिक के कक्ष में शारीरिक दूरी का पालन दिखा। लेकिन जहां सहायक कर्मी बैठ कर अपने कार्यो का निष्पादन करते हैं। वहां छह कर्मियों के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं दिखा। सभी कर्मी आपस में एक फीट से भी कम दूरी दिखी। शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने से यहां कोरोना का खतरा पैदा हो सकता है। शायद यहां की कर्मी भी इस मामले में भी बेफ्रिक दिखे। इतना नहीं सिविल सर्जन कक्ष के बाहर तीन कर्मी बैठे थे। इसमें दो कर्मी मास्क लगाए हुए थे। लेकिन एक बिना मास्क के दिखे।
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निर्वाचन कार्यालय के बाहर ईबीएम मरम्मति में कोरोना की अनदेखी फोटो-10 जेपीजी में बुधवार की दोपहर 1.32 बजे थे। समाहरणालय परिसर में जिला उप निर्वाचन कार्यालय के बाहर बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ईबीएम को दुरूस्त करने का कार्य चल रहा था। तकनीकि शाखा से जुड़े कर्मी ईबीएम का दुरूस्त करने में लगे थे। कार्यालय के बाहर बने पंडाल में ईबीएम का कार्य चल रहा है। वहां कार्यरत कर्मी मास्क पहने हुए थे। लेकिन हाथों में गल्पस नहीं था। कुछ कर्मी शारीरिक दूरी का पालन कर रहे थे। लेकिन अधिकांश इससे परहेज करते हुए एक ही टेबल पर काम करने में जुटे थे। जहां बड़े पैमाने पर काम हो रहा है, लेकिन सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में कोरोना का खतरा यहां भी बढ़ सकता है। जहां एक साथ दर्जनों कर्मी ईबीएम को दुरूस्त करने में लगे हैं। यहां भी सावधानी बरतने और शारीरिक दूरी पालन करने की जरूरत है।