मगध मेडिकल बना आइसोलेशन अस्पताल, प्रसूति वार्ड को किया प्रभावती में शिफ्ट
फोटो 202 -अन्य सभी तरह की बीमारियों का इलाज जेपीएन अस्पताल में किया जाएगा -राज्य सरकार के निर्देश पर अगले आदेश तक जारी रहेगा आदेश -मगध प्रमंडलीय आयुक्त ने अधिकारियों व मेडिकल अफसरों के साथ की बैठक जागरण संवाददाता गया
गया । राज्य में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अगले आदेश तक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल को कोरोना आइसोलेशन अस्पताल के रूप में समर्पित करने का निर्णय लिया गया है। अब जिले के सबसे बड़े अस्पताल में सिर्फ कोरोना के संक्रमित या संदिग्ध मरीजों को ही भर्ती लिया जाएगा। मेडिकल अस्पताल में चल रहे विभिन्न विभाग को शहर के दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। महिलाओं का संस्थागत प्रसव एवं उनसे संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए प्रभावती अस्पताल सुरक्षित रहेगा। यहीं पर इनकी देखरेख होगी। अन्य बीमारियों के मरीजों का इलाज जयप्रकाश नारायण अस्पताल गोलपत्थर में होगा। सोमवार को मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा आओ ने आयुक्त कार्यालय में जिले के तमाम वरीय अधिकारियों, मेडिकल अफसरों के साथ कोरोना से बचाव एवं सुरक्षा के लिए किए जा रहे चिकित्सीय कायरें की समीक्षा की गई।
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रोहतास, कैमूर के कोरोना मरीज भी अब मेडिकल में ही भर्ती रहेंगे
सरकार द्वारा जारी निर्देश के अनुसार मगध मेडिकल अस्पताल को अगले आदेश तक मगध प्रमंडल के साथ-साथ रोहतास एवं कैमूर जिले के लिए केवल कोरोना के इलाज के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार इसकी तैयारी करने के निर्देश मेडिकल के अधीक्षक, प्राचार्य व सिविल सर्जन गया को दिया गया है।
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आज 11 बजे मेडिकल में पॉजिटिव मरीज को लेकर होगा मॉकड्रिल
मंगलवार को दिन में 11 बजे मॉक ड्रिल किया जाएगा। मॉकड्रिल में देखा जाएगा कि कोरोना के किस लेवल के पेसेंट को किस तरह से रियल सिचुएशन एंड रियल टाइम में ट्रीट किया जाना है। आयुक्त ने एएनएमएमसीएच के सभी चिकित्सकों एवं संबंधित को पूरी तैयारी के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
सविल सर्जन गया को जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने, वाछित कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने के लिए एएनएमएमसीएच के अधीक्षक एवं प्राचार्य को निर्देश दिए गए हैं।
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डॉक्टरों को भगवान का दर्जा, आम जनों के इस विश्वास को बनाए रखें
मेडिकल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में प्रतिनियुक्त डॉक्टरों द्वारा अपने कर्तव्य सुचारू रूप से निष्पादित न किए जाने के संबंध में भी चर्चा की गई। इस संबंध में पाया गया कि कतिपय चिकित्सकों द्वारा बहाना बनाकर अपने कर्तव्य का निष्पादन ठीक से नहीं किया जा रहा है। आयुक्त ने कहा कि यह बहुत ही दुखद एवं निराशाजनक है। डॉक्टर को भगवान कहा जाता है यदि इस परिस्थिति में वे कार्य नहीं करेंगे तो समाज में अच्छा संदेश नहीं जाएगा।
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लापरवाह डॉक्टरों का रद होगा रजिस्ट्रेशन, सीसीटीवी से मॉनिटरिग
आयुक्त ने दो टूक कहा कि जो भी चिकित्सक व कर्मी अपने कर्तव्य का निष्पादन नहीं करेंगे उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ रजिस्ट्रेशन रद्द करने की भी कार्रवाई की जाएगी। मॉनिटरिंग सीसीटीवी के द्वारा की जाएगी। सीसीटीवी कोई स्वतंत्र पदाधिकारी की निगरानी में रहेगा। अधीक्षक व प्राचार्य को सभी डॉक्टरों का रोस्टर बनाने का निर्देश दिया गया है।