संक्रमित युवक की पत्नी व मां भी मिली कोरोना पॉजिटिव, चार पहुंचा आंकड़ा
-दोनों की ब्लड जांच रिपोर्ट मिली पॉजिटिव संक्रमित मिली पत्नी को है छह माह का गर्भ -गया में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर हुई चार आपदा प्रबंधन की चार टीमें आई -सिविल सर्जन ने कहा-संक्रमित मिले सभी मरीजों को इलाज के लिए भेजा जा रहा पटना एनएमसीएच ------------------ जागरण संवाददाता गया
गया । जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के मिलने का सिलसिला तेज हो गया है। जिले के पहाड़पुर गांव में मिले पहले कोरोना मरीज के बाद रोज नए मरीज मिलने लगे हैं। गुरुवार को पहाड़पुर के संक्रमित युवक की 22 वर्षीय पत्नी और उसकी 50 वर्षीय मां की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इस तरह जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। पहाड़पुर में एक ही घर से तीन लोग संक्रमित मिले हैं। जांच में युवक की पत्नी छह माह की गर्भवती पाई गई है। सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा, जिले में अब तक मिले सभी चार संक्रमित लोगों को पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) भेजा जा रहा है। गंभीरता के मद्देनजर चिकित्सकों ने उन्हें रेफर कर दिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की दो टीमें पहुंचीं गया, 24 घंटे देंगी सेवा :
कोरोना संकट के बीच जिले में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की दो टीमें गुरुवार को पहुंच गई है। इन टीमों में दर्जनभर से अधिक कर्मी हैं, जो हर स्थिति से निपटने में सक्षम हैं। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी भी सूचना पर आपदा प्रबंधन के योद्धा पूरी मुस्तैदी से जुट जाएंगे। थर्मल स्कैनर शरीर का ताप मापने का यंत्र, कोरोना जांच के लिए नहीं : सीएस
सिविल सर्जन ने कहा, गांव-कस्बे के लोग कोरोना को लेकर चौकस रहें। थर्मल स्कैनर के जरिए सिर्फ शरीर के तापक्रम की माप ही होती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस स्कैनर से कोरोना बीमारी की जांच नहीं होती है। कोई भी व्यक्ति मन में भ्रांति न पालें। थर्मल स्कैनर से जांच हो जाने के बाद खुद को कोरोना फ्री नहीं मानें। सुरक्षित रहने के लिए होम क्वारंटाइन रहें। घर से बाहर कतई न निकलें। ऐसे ही सुरक्षित रहा जा सकता है। चिकित्सा दल को सहयोग करें आम जन, तुरंत दें सूचना :
सिविल सर्जन ने सभी जिलेवासियों से अपील की है कि स्वास्थ्यकर्मी हर मुश्किल स्थिति को झेलते हुए लोगों को बचाने में जुटे हैं। यथासंभव मदद की जा रही है। लिहाजा, लोग स्वास्थ्यकर्मियों से नहीं उलझें। लॉकडाउन के निर्देशों का पालन करें। यदि होम क्वारंटाइन या क्वारंटाइन के लिए सलाह दी जा रही है तो वह आम आदमी के जीवन के हित में है। इसे सब समझें। गौरतलब है कि कुछ जगहों पर आम लोगों द्वारा चिकित्सा कार्य से जुड़े कर्मियों को अपमानित करने की सूचनाएं मिल रही है। गुरुद्वारा रोड क्षेत्र को किया सील, 300 घर की हुई बैरिकेडिंग :
-जिलाधिकारी अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने गुरुवार को शहर के गुरुद्वारा रोड का भ्रमण कर कोरोना पॉजिटिव के मरीज के घर व उसके आसपास के मोहल्ले का मुआयना किया। मोहल्ले में लगभग 300 घर हैं। इस एरिया में करीब चार से पांच गलिया हैं। हर जगह को सैनिटाइज्ड किया गया है। इलाके की तीन किमी परिधि को सील कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को इलाके की सभी गलियों में बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया है।