चालू सत्र में ही केंद्र सरकार लाएगी आरक्षण संबंधी विधेयक : आठवले
फोटो- गया 02 ------------ -केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ने कहा- न्यायालय के फैसले पर सरकार करेगी विचार -बोले मोदी सरकार में किसी का नहीं छीना जाएगा आरक्षण जनसंख्या के अनुपात में मिलेगा आरक्षण लाभ -दिल्ली में केजरीवाल की मुफ्त योजना में फंस गई जनता अब बिहार में भी एनडीए संग मिलकर चुनाव लड़ेगी आरपीआइ ----------------- जागरण संवाददाता गया
गया । केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में किसी भी व्यक्ति का आरक्षण नहीं छिनेगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण का लाभ मिलता रहेगा। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्तियों व प्रोन्नति के मामले में दिए गए फैसले पर विचार करेगी। इसके बाद सदन के इसी चालू सत्र में ही विधेयक लाएगी। आठवले बुधवार को गया के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वह एक कार्यक्रम में शरीक होने यहां पहुंचे थे।
न्यायालय के फैसले पर हुए सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, सर्वोच्च न्यायालय ने किस परिप्रेक्ष्य में यह कहा है कि प्रोन्नति व नियुक्ति में आरक्षण का अधिकार मौलिक नहीं है, इस मोदी सरकार चिंतन-मनन करेगी। कोर्ट के फैसले को कैबिनेट में रखा जाएगा। इसके बाद जरूरत पड़ी तो इसी सत्र में विधेयक लाकर आरक्षण के संबंध में विस्तृत चर्चा होगी। राज्यमंत्री ने विपक्षी पार्टियां खासकर कांग्रेस पर प्रत्यक्ष आरोप लगाते हुए कहा, वह एससी-एसटी और ओबीसी समाज को दुष्प्रचार के माध्यम से दिग्भ्रमित कर रही है। भाजपा और एनडीए की सहयोगी पार्टियां आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं। प्रोन्नति व नियुक्ति में भी आरक्षण का अधिकार बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान में प्रदत्त है। उसी अधिकार के तहत इस समाज के लोग लाभ ले रहे हैं। यह आगे भी जारी रहेगा। दिल्ली में मुफ्त योजना में फंस गए मतदाता :
आठवले ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम पर कहा, वहां की जनता अरविंद केजरीवाल की मुफ्त योजना में फंस गई। उन्हें जनादेश मिला है। लिहाजा, इसका सम्मान करते हैं। लेकिन सबकुछ मुफ्त कर देने से सरकार नहीं चल सकती। उन्होंने कहा, दिल्ली में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है, परंतु सीट नहीं बढ़ीं। एनडीए की सहयोगी पार्टी होने के नाते हार की संयुक्त रूप से समीक्षा की जाएगी। कहा, भाजपा द्वारा अपना उम्मीदवार न घोषित किया जाना भी एक प्रमुख कारण बना। पार्टी में सीएम पद के कई उम्मीदवार थे। हालांकि भाजपा से भी बुरा हाल कांग्रेस पार्टी का हुआ है। बिहार चुनाव में भी बनेंगे एनडीए के सहयोगी दल :
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआइ)के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा, पहली बार बिहार में उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है। इस पर एनडीए से जुड़े नेताओं से बातचीत की जा रही है। विचार-विमर्श के बाद ही उम्मीदवार खड़े करेंगे। आगामी चुनाव में कम से कम चार सीटों पर पार्टी की दावेदारी होगी। गया-पटना सड़क मार्ग की दुर्दशा पर जताई नाराजगी :
मंत्री ने कहा, बोधगया व गया अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन व तीर्थस्थल होने के बावजूद गया-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति खराब होना चिंताजनक है। इसकी दुर्दशा को लेकर जल्द ही केंद्रीय भूतल परिवहन एवं सड़क मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे।