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गया के आमस में संदिग्ध जहरीली पीने से 2 की मौत, 1 दर्जन लोग बीमार

आमस थाना क्षेत्र के पथरा गांव में जहरीली संदिग्ध पदार्थ पीने से चाचा भतीजे की मौत हो गई। जबकि एक दर्जन लोग बीमार हो गए। मृतक के परिजनों के मुताबिक गांव के ही कुछ घरों में शराब बनाकर बेचा जाता है जहां सोमवार शाम कुछ लोगों ने शराब पी थी।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Tue, 24 May 2022 11:37 AM (IST)Updated: Tue, 24 May 2022 11:37 AM (IST)
गया के आमस में संदिग्ध जहरीली पीने से 2 की मौत, 1 दर्जन लोग बीमार
शराब पीने से हुई मौत के बाद रोते बिलखते स्वजन

 संवाद सूत्र, आमस: आमस थाना क्षेत्र के पथरा गांव में जहरीली संदिग्ध पदार्थ पीने से चाचा भतीजे की मौत हो गई। जबकि एक दर्जन लोग बीमार हो गए हैं। मृतक के परिजनों के मुताबिक गांव के ही कुछ घरों में शराब बनाकर बेचा जाता है, जहां सोमवार की शाम गांव के कुछ लोगों ने शराब पिया था। शराब पीने के कुछ देर के बाद ही सभी लोगों की धीरे-धीरे तबीयत खराब होने लगी जिसके बाद सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। 

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अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ महेश कुमार ने 2 की स्थिति को नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई। मृतक अर्जुन पासवान 40 वर्ष और अमर पासवान 36 वर्ष रिश्ते में चाचा भतीजा है। वहीं शराब पीने से बीमार पड़े करीब एक दर्जन लोगों को रात भर इलाज करने के बाद सुबह में बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल रेफर किया गया है।

 मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पुलिस गांव में छापेमारी कर रही है। रिपोर्ट लिखे जाने तक एक शराब तस्कर महिला को पुलिस पकड़ कर थाने लाई है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ महेश कुमार ने बताया कि मृतक अमर कुमार और अर्जुन पासवान ने यहां आने के बाद डॉक्टर को बताया है कि  अनलोगों ने शराब का सेवन किया है। दोनों के आंखों की रोशनी खत्म हो रही थी और दोनों के सांस में प्रॉब्लम था। उन्होंने कहा कि स्थिति को नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल भेजा गया लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई। 

इधर अस्पताल में एंबुलेंस नहीं रहने के कारण भी ग्रामीणों ने हंगामा किया है। ग्रामीण जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर सीधे पुलिस को दोषी ठहरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आमद थाना से मथुरा गांव की दूरी 1 किलोमीटर भी नहीं है ऐसे में इस गांव में खुलेआम शराब बिकता है और पुलिस बिल्कुल कोई कार्रवाई नहीं करती है। घटना की खबर सुनकर से घाटी के डीएसपी भी पहुंच चुके हैं और वह छापेमारी में शामिल है।


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