सुखाड़ घोषित करने की माग को लेकर सड़क पर उतरे किसान
फोटो 47 -वजीरगंज प्रखंड को सुखाड़ घोषित करने की माग को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर दिया धरना एनएच 82 पर दो घंटे किया आवागमन बाधित संवाद सूत्र वजीरगंज
गया । वजीरगंज प्रखंड को सुखाड़ घोषित करने की माग को लेकर यहा के किसानों ने बुधवार को प्रखंड मुख्यालय पर धरना देते हुए अक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। सड़क पर उतरकर एनएच 82 को जाम कर दिया। जिससे करीब दो घटे आवागमन बाधित रहा। सर्वदलीय किसान मोर्चा संघर्ष समिति के बैनर किसान बिहार सरकार पर कई तोहमत लगाते हुए कहा खरीफ मौसम में वर्षा की स्थिति का पुन: मूल्याकण कराकर सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग की। ताकि किसानों को राहत मिले। किसानों ने कहा दूर दूर तक कहीं एक बूंद पानी नजर नहीं आता। सभी ताल तलैया, नदी, नाले सूखे हैं। धान की रोपनी जो कुछ हुई भी तो वह सूखे हैं। खेतों में दरार पड़ी है। भूजलस्तर काफी नीचे चला गया है। खेतों की सिंचाई तो दूर पीने का पानी मिलना भी मुश्किल हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने प्रखंड के सभी 19 पंचायतों को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की माग की करते हुए संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त मागपत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा। वहीं, दूसरे तरफ वजीरगंज के पूर्व विधायक भाजपा नेता विरेन्द्र सिंह ने बताया वे पटना में कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार से मिलकर सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की माग की है। उन्होंने बताया कृषि मंत्री ने इस समस्या पर पहल करने का आश्वासन दिया है।
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गुरुआ में 27 को प्रखंड मुख्यालय पर लोग देंगे धरना
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संवाद सूत्र, गुरुआ: मानववादी मोर्चा की बैठक में सरकार द्वारा गुरुआ प्रखंड क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किए जाने के विरोध में प्रखंड मुख्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया। मोर्चा के संरक्षक सह बसपा के प्रभारी राघवेंद्र नारायण यादव ने बताया गुरुआ प्रखंड क्षेत्र में महज 25 प्रतिशत किसान धान की रोपणी कर सके हैं। बावजूद सरकार ने सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया है। जिसे लेकर 27 को प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर टन्ना खा, उपाध्यक्ष मनोज यादव, प्रवक्ता नरेश यादव, उपेंद्र साव जितेंद्र यादव, प्रदीप चौधरी समेत कई लोग उपस्थित थे।
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पांच पंचायतों के
किसान करेंगे आंदोलन
संवाद सूत्र, खिजरसराय: प्रखंड के पांच पंचायत को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किए जाने से यहां के किसानो में सरकारी के प्रति आक्रोश है। किसानों का कहना है कि प्रखंड के सभी पंचायत सूखे की मार झेल रहे हैं। अल्प वर्षा के कारण जलस्तर में नित्य गिरावट से सिंचाई के विभिन्न साधन व संसाधन काम करना बंद कर दिया है। खिजरसराय, सरबहदा, लोदीपुर, कुड़वा और रौनिया को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित नहीं कर सरकार यहां के किसानों के साथ अन्याय कर रही है। बता दें कि सरबहदा पंचायत में अधिकतर चापाकल फेल है। कुड़वा पंचायत के मुखिया संजय पासवान, रौनिया के विजय सिह व ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उनके पंचायतों को सूखाग्रस्त नहीं घोषित नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे। प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजकुमार वर्मा ने बताया कि प्रखंड से जिला मुख्यालय को भेजी गयी रिपोर्ट में प्रखंड की सभी 16 पंचायतों को सूखाग्रस्त बताया गया था।