पुरखों की मोक्ष दिलाने को हजारों श्रद्धालु पहुंचे गयाजी
-सरोवरों पिंडवेदियों सहित फल्गु में कर्मकांड को लेकर उमड़ रही भीड़ सबसे अधिक भीड़ देवघाट पर -------- आस्था -गयापाल पुरोहित विधिपूर्वक करा रहे पिंडदान और तर्पण -पूरा शहर वैदिक मंत्रोचार से गूंज रहा सेवा में जुटे कई संगठन ---------- जागरण संवाददाता गया
गया । पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए के प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु गयाजी पहुंच रहे हैं। सनातन धर्म में गयाजी की धार्मिक महत्ता अधिक है। यहां विधिपूर्वक तर्पण व कर्मकांड करते हैं। पूरा शहर वैदिक मंत्रोच्चार से गूंज रहा है। पूरे शहर में देशभर से आ रहे तीर्थयात्री नजर आ रहे हैं। शहर में स्थित सरोवरों, पिंडवेदियों सहित फल्गु में कर्मकांड को लेकर भीड़ उमड़ी है। सबसे अधिक भीड़ देवघाट पर है।
पितृपक्ष के चौथे दिन सोमवार को जिव्हालोल पिंडवेदियों पर कर्मकांड किया गया। सूर्य उदय होते ही पिंडदानी पहुंचे लगे। पीपल के पेड़ की छाया में बैठक कर पिंडदानीं अपने पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए कर्मकांड किया। कर्मकांड करने के लिए पिंडदानी अपने साथ जौ का आटा, चावल, तिल, दूध, घी, फल आदि सामग्री साथ लेकर पहुंचे। यहां गयापाल पुरोहितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कर्मकांड कराया गया। प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के आसपास काफी संख्या में पिंडदानी नजर आ रहे हैं। मंदिर के पास स्थित फल्गु नदी के किनारे देवघाट पर सबसे अधिक पिंडदानी तर्पण और कर्मकांड करते हैं।
वहीं, पिंडदानियों की सेवा के लिए कई संगठन आगे आए हैं। संगठन द्वारा शिविर लगार निशुल्क चाय, पानी, भोजन, ई-रिक्शा आदि की व्यवस्था की गई है। मेला क्षेत्र के प्रमुख मार्गो, पिंडवेदियों एवं घाटों पर साफ-सफाई भी कर रहे हैं। शहरवासियों का एक ही मकसद है कि पिंडदानियों को असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े। वे अच्छा संदेश लेकर लौटें।
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स्काउट एंड गाइड के
बच्चे भी सेवा में जुटे
मेला में स्काउट एंड गाइड के बच्चे भी सेवा में जुटे हैं। फल्गु नदी में तीर्थयात्रियों को कर्मकांड करने में सहयोग कर रहे हैं। विष्णुपद मंदिर परिसर पर भारत स्काउट एंड गाइड के बच्चे श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार पर श्रद्धालुओं को लाइन में लगने के लिए निवेदन करते हुए देखे जा रहे हैं।