पॉश कॉलोनी में पानी निकासी के इंतजाम नहीं, जगह-जगह गंदगी
- फोटो - जागरण आपके द्वार ------------ सड़कों पर जमा है गंदे नाले का पानी बारिश होने पर घरों से निकलना हो जाता मुश्किल ---------- अव्यवस्था -सड़क के दोनों ओर गोबर और कचरे के लगे हैं ढेर -पानी की किल्लत से भी हजारों की आबादी परेशान ---------- -35 सरकारी चापाकलों में से महज दो से ही निकल रहा पानी -दो ही बार दिनभर में पानी की होती है आपूर्ति परेशानी ---------- जागरण संवाददाता गया
गया । शहर के वार्ड 32 नाम के लिए पॉश इलाका है। यहां बिजली, पानी, सड़क, सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। जलजमाव और पानी की किल्लत से हजारों की आबादी परेशान है। थोड़ी सी बारिश हुई नहीं कि घरों में नाले का गंदा पानी घुस जाता है।
रविवार को जागरण आपके द्वार में लोगों ने वार्ड की समस्याएं गिनाई। इनमें सबसे प्रमुख समस्या गंदगी, जलजमाव एवं पेयजल है। वार्ड में नाली का निर्माण अधूरा रहने से गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। इससे जलजमाव की स्थिति हमेशा बनी रहती है। थोड़ी सी बारिश होते ही घरों में नाले का गंदा पानी घुस जाता है। इसके कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। सबसे अधिक जलजमाव की इमलियाचक मोहल्ले में है। जलजमाव से तीन हजार आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सफाई व्यवस्था भी चौपट है। सफाई कार्य नहीं होने से गंदगी का अंबार लगा है। सड़क के दोनों तरफ गोबर और कचरे के ढेर लगे हैं।
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मात्र 20 मिनट पानी की आपूर्ति
वार्ड में पानी को लेकर हाहाकार मचा है। पेयजल की समस्या से पूरा वार्ड प्रभावित है। दिनभर में पाइपलाइन से दो ही बार पानी की आपूर्ति होती है। वह भी महज 20 मिनट के लिए। ऐसे वार्ड के लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है। जलस्तर नीचे जाने से बोरिग करना भी अब सभी के बस की नहीं है। वार्ड में 35 सरकारी चापाकल हैं, जिनमें से महज दो से ही पानी निकल रहा है। शेष खराब पड़े हैं। चापाकल की मरम्मत कर दी जाए तो कुछ हद तक राहत मिलेगी।
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गंदगी का अंबार
कहने के लिए यह वार्ड पॉश इलाका है। जिलाधिकारी से लेकर कई उच्च पदाधिकारियों के आवास हैं। फिर भी गंदगी का अंबार लगा है। नगर निगम द्वारा वार्ड में मात्र आठ सफाईकर्मी लगाए गए हैं। इसके कारण प्रत्येक दिन डोर टू डोर कचरे का उठाव तक नहीं होता। वार्ड में कई स्थानों पर कचरे का ढेर लगा है। कई जगहों पर नाले का मेनहॉल खुला रहने तथा सफाई नहीं होने से जाम पड़ा है। वार्ड में 32 किलोमीटर मुख्य पथ है, जिसकी सफाई प्रत्येक दिन नहीं होती।
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जलापूर्ति पाइपलाइन
का विस्तार नहीं
वार्ड में जलापूर्ति को लेकर एक इंच भी पाइपलाइन का विस्तार नगर निगम द्वारा नहीं किया गया है। इसके कारण पानी की किल्लत हमेशा बनी रहती है। वार्ड में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत घर-घर नल-जल योजना फेल है।
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टैक्स देने में आगे
पर सुविधा नहीं
नगर निगम को दूसरे नंबर पर टैक्स देने वाला यह वार्ड है। बावजूद इसके यहां सुविधाओं का अभाव है। जिलाधिकारी, एएसपी, गया कॉलेज, मिर्जा गालिब कॉलेज सहित कई बैंक एवं मॉल हैं। इससे नगर निगम को अच्छा राजस्व प्राप्त होता है।
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वार्ड में साई मंदिर
वार्ड में शहर के सबसे प्राचीन साई मंदिर स्थित है। इसमें प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। गुरुवार को विशेष पूजा होती है, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
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वार्ड के मोहल्ले
वार्ड में कई मोहल्ले हैं। अनुग्रहपुरी कॉलोनी, चाणक्यपुरी कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, ह्वाइट हाउस कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी, रामपुर एवं इमलियाचक।
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वार्ड पार्षद ने गिनाई उपलब्धियां
वार्ड पार्षद ने ढाई वर्ष की अपनी उपलब्धियां गिनाई। इसमें एक करोड़ की राशि से गली-नाली का निर्माण। 50 लाख रुपये से निर्माण कार्य जारी है। डेढ़ करोड़ से स्ट्रीट लाइट, 25 लाख से पाइपलाइन का विस्तार किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सात लोगों आवास, 50 लोगों को शौचालय एवं करीब पांच हजार लोगों को आधार बनाया जा रहा है।
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वार्ड को जानें
आबादी - करीब 30 हजार
मतदाता - करीब 9 हजार
विद्यालय - शून्य
कॉलेज - 04
आंगनबाड़ी केंद्र - शून्य
अस्पातल - शून्य
जनवितरण प्रणाली दुकान - 04
सामुदायिक भवन - शून्य
प्याऊ - 10
पार्क - 07
चापाकल - 35
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वार्ड में सबसे बड़ी परेशानी पेयजल और गंदगी की है। पाइपलाइन से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है। दोनों समय मिलाकर 35 से 40 मिनट ही आपूर्ति होती है। वह भी प्रेशर कम रहता है।
अजय कुमार
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सबसे बड़ी समस्या नाली की है। नाली का पानी सड़क पर बहते रहता है। थोड़ी बारिश होने पर सड़क पर जलजमाव होता है। इसके कारण घरों से निकलना मुश्किल होता है।
मिंटू कुमार
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नाली की सफाई सही से नहीं होने के कारण सड़क पर गंदगी लगी है। साथ ही प्रत्येक दिन डोर टू डोर कचरे का उठाव नहीं होता है। इसके कारण जगह-जगह पर गंदगी के ढेर लगे हैं।
जीतेंद्र कुमार
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सड़क कच्चा रहने के कारण बारिश होते ही जलजमाव में बदल जाता है। इसके कारण कई दिनों तक घरों में बंद रहना पड़ा है। चापाकल खराब रहने से पेयजल की समस्या बनी है।
शोभा देवी
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वार्ड में समस्या ही समस्या है। पेयजल से लेकर सफाई तक। वार्ड के लोग पूरी तरह से मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। इसी देखने वाला कोई नहीं है।
मुन्ना कुमार
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पेयजल की समस्या दूर करने के लिए कई बार बुटको के साथ वार्ता की गई है। वार्ड में कुछ स्थानों पर पाइपलाइन का विस्तार कर पानी की आपूर्ति शुरू की गई गया है। कई स्थानों पर पाइपलाइन का विस्तार कार्य चल रहा है। वहीं सफाई को लेकर कई बार नगर निगम बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा गया है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। पितृपक्ष मेला के बाद अगर सफाईकर्मियों की संख्या नहीं बढ़ी तो आंदोलन किया जाएगा।
गजेंद्र सिंह, वार्ड पार्षद