पेपरलेस होंगे थाने, हाईटेक बनाने की कवायद
पेज-3 --ऑनलाइन दर्ज होगी प्राथमिकी कोई भी पत्राचार ई-मेल से 15 सितंबर तक डिजिटल सिस्टम से जुड़ जाएंगे थाने जागरण संवाददाता गया
गया । थानों में अब कागज नहीं, कंप्यूटर पर ही काम होगा। डिजिटल इंडिया की मुहिम का असर यहां भी दिखेगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
थानों को 15 सितंबर तक हर हाल में तकनीकि सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा। इसके बाद सब कुछ डिजिटल होगा। थानों को पूरी तरह पेपरलेस बनाया जाएगा।
गृह मंत्रालय की देखरेख में सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम) के तहत प्रत्येक थाना को हाईटेक बनाया जा रहा है। इस व्यवस्था के बाद प्राथमिकी भी ऑनलाइन ही दर्ज की जाएगी। उसकी मौजूदा स्थिति भी ऑनलाइन ही देखी जा सकेगी।
सीसीटीएनएस के तहत प्रत्येक थाने में तीन कंप्यूटर लगाए जाएंगे। उसके साथ प्रिंटर, हाईटेक ब्राडबैंड, इंटरनेट सहित अन्य सुविधाएं मिलेंगी। ब्राडबैंड व इंटरनेट लगाने के लिए बीएसएनएल को अधिकृत किया गया है। हाईटेक सुविधा का उपयोग करने के लिए प्रथम चरण में प्रत्येक थानाध्यक्ष, पुलिस पदाधिकारी व उच्च शिक्षा प्राप्त जवानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कंप्यूटर सिस्टम लगाने के लिए एक निजी कंपनी को टेंडर दिया गया है। यह कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। सिस्टम लगने के बाद जिले के सभी थाना का अपना ई-मेल आईडी होगा। ई-मेल के बाद अब कोई भी वरीय पदाधिकारी पत्राचार ई-मेल के जरिए ही करेंगे। थाना में आधुनिक सिस्टम लगने के बाद कागज पर डायरी नहीं लिखी जाएगी, बल्कि अनुसंधान करने वाले पुलिस पदाधिकारी अपनी केस डायरी सीधे तौर पर कंप्यूटर में दर्ज करेंगे। इसकी अगली कड़ी में पीड़ित व्यक्ति के जख्म प्रतिवेदन के लिए अस्पताल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। चिकित्सक द्वारा तैयार जख्म प्रतिवेदन सीधे पुलिस पदाधिकारी या फिर थाना के ई-मेल पर भेजा जाएगा।