Move to Jagran APP

ज्ञानभूमि पर तीन दिनों तक होगा त्रिशरण का जयघोष

भगवान बुद्ध की त्रिविध पावन जयंती बोधगया में 18 मई को धूमधाम से मनाई जाएगी। तीन दिनों तक त्रिशरण का जयघोष होगा। समारोह को व्यापक स्वरूप देने की तैयारी महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति द्वारा शुरू कर दी गई है। विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर को पंचशील ध्वज व कृत्रिम प्रकाश से सजाया जा रहा है। वहीं बाहरी क्षेत्र में भी पंचशील ध्वज और कृत्रिम प्रकाश लगाए जा रहे हैं। समारोह में विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं के अलावा काफी संख्या में नव बौद्ध श्रद्धालुओं का आगमन देश के विभिन्न राज्यों से होता है। मंदिर समिति का कार्यक्रम मंदिर परिसर के अंदर तो नव बौद्धों के विभिन्न संगठनों का सामूहिक कार्यक्रम कालचक्र मैदान पर आयोजित किया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 07:41 PM (IST)
ज्ञानभूमि पर तीन दिनों तक होगा त्रिशरण का जयघोष
ज्ञानभूमि पर तीन दिनों तक होगा त्रिशरण का जयघोष

गया । भगवान बुद्ध की त्रिविध पावन जयंती बोधगया में 18 मई को धूमधाम से मनाई जाएगी। तीन दिनों तक त्रिशरण का जयघोष होगा। समारोह को व्यापक स्वरूप देने की तैयारी महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति द्वारा शुरू कर दी गई है। विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर को पंचशील ध्वज व कृत्रिम प्रकाश से सजाया जा रहा है। वहीं, बाहरी क्षेत्र में भी पंचशील ध्वज और कृत्रिम प्रकाश लगाए जा रहे हैं। समारोह में विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं के अलावा काफी संख्या में नव बौद्ध श्रद्धालुओं का आगमन देश के विभिन्न राज्यों से होता है। मंदिर समिति का कार्यक्रम मंदिर परिसर के अंदर तो नव बौद्धों के विभिन्न संगठनों का सामूहिक कार्यक्रम कालचक्र मैदान पर आयोजित किया जाता है। जयंती समारोह में आने वाले बौद्ध श्रद्धालुओं के सहयोग व सेवा के लिए स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों द्वारा अलग-अलग व्यवस्थाएं की जाती है।

loksabha election banner

-----------

कालचक्र मैदान में भोजनदान

बीटीएमसी के केयरटेकर भंते दीनानंद बताते हैं, बैशाख पूर्णिमा के दिन बौद्ध समुदाय के लोगों के लिए विशेष होता है। बैशाख पूर्णिमा को ही राजकुमार सिद्धार्थ का जन्म, बुद्धत्व लाभ की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण हुआ था। इसलिए इसे त्रिविध पावन जयंती संबोधित किया जाता है। उन्होंने कहा कि गतेक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बुद्ध जयंती पर आने वाले बौद्ध श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बीटीएमसी द्वारा बोधगया से गया रेलवे स्टेशन तक नि:शुल्क बस सेवा, शीतल पेयजल, स्वास्थ्य शिविर, बौद्ध भिक्षुओं को संघदान व श्रद्धालुओं को कालचक्र मैदान पर भोजनदान आदि की व्यवस्था की गई है।

-------------

पवित्र बोधिवृक्ष की छांव

में होगा कार्यक्रम

तीन दिनों के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 16 मई को अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन महाबोधि सोसाइटी के अनागारिक धम्मपाल सभागार में आयोजित किया जाएगा। 17 मई को नि:शुल्क बस सेवा, स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया जाएगा, जो तीन दिनों तक चलेगा। 18 मई को प्रात: 80 फीट विशाल बुद्ध प्रतिमा से शांति मार्च निकाली जाएगी। इसमें बौद्ध भिक्षुओं, श्रद्धालुओं, स्कूली बच्चों आदि की सहभागिता रहेगी। उसके बाद मूल कार्यक्रम महाबोधि मंदिर परिसर स्थित पवित्र बोधिवृक्ष की छांव में संचालित किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रमंडलीय आयुक्त टीएन विंदेश्वरी व वरीय बौद्ध भिक्षुओं द्वारा धम्मदीप प्रज्ज्वलित कर किया जाएगा। बीटीएमसी द्वारा प्रकाशित वार्षिक स्मारिका प्रज्ञा का विमोचन के बाद वरीय बौद्ध भिक्षुओं का संबोधन और थेरवाद व महायाना पंथ के भिक्षुओं द्वारा बारी-बारी से सूत्त पाठ किया जाएगा। संध्या बेला में बकरौर गांव स्थित सुजाता मंदिर में विशेष प्रार्थना और कैंडिल पीस मार्च निकाला जाएगा।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.