शेरघाटी में फायर ब्रिगेड कर्मी व वाहनों की घोर कमी
शेरघाटी में नौ साल पूर्व स्थापित अग्निशमन विभाग के कार्यालय में संसाधनों का घोर अभाव।
गया। शेरघाटी में नौ साल पूर्व स्थापित अग्निशमन विभाग के कार्यालय में संसाधनों का घोर अभाव है। यहां कर्मियों के साथ फायर टेंडर वाहन की भी कमी है।
आग से निपटने को दो पुराने फायर टेंडर वाहन हैं। हालांकि, कर्मियों का दावा है कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की जाती है। चालक राजकुमार राम ने बताया कि एक दमकल गाड़ी करीब 20 साल पुरानी हो चुकी है। कभी-कभी उसे ले जाने में परेशानी होती है। कई बार बीच रास्ते में वाहन खराब हो जाता है, जिसके कारण घटनास्थल पर समय से पहुंचने में कठिनाई होती है। उन्होंने बताया कि चेरकी, गुरूआ, गुरारू, मोहनपुर, बाराचट्टी, डोभी, इमामगंज, डुमरिया, बाकेबाजार और शेरघाटी क्षेत्र में दूर-दूर तक जाना होता है। हालांकि, इमामगंज, गुरूआ, आमस, मोहनपुर एंव बाराचट्टी थाना में तीन सौ लीटर पानी की क्षमता वाला वाहन छोटी-मोटी घटनाओं पर नियंत्रण के लिए रखा गया है। जरूरत पड़ने पर शेरघाटी से फायर टेंडर वाहन मंगाया जाता है। इस साल मार्च से 15 अप्रैल तक अलग-अलग स्थानों पर आगजनी की तीस घटनाएं हो चुकी हैं, जिस पर अग्निशामक दल ने काबू पाया।
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दस कर्मी हैं कार्यरत
यहां एक सब ऑफिसर, प्रधान चालक, छह फायरमैन, एक सिपाही कार्यरत हैं। अधिकारी ने बताया कि इन दिनों गाव-गाव जाकर आगजनी की घटनाओं से बचने के लिए मॉकड्रिल कराई जा रही है। लोगों में इससे जागरूकता भी आई है। घटनाओं में भी पहले की अपेक्षा कमी आई है। उन्होंने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में गुरुआ के सगाही में आगजनी में एक महिला झुलस गई थी। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले आग पर काबू पा लिया था।
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आग लगने पर यहा करें कॉल- 7485805962, 7485805963, 06326-242083