यूरिया की कोई किल्लत नहीं : कृषि मंत्री
जागरण संवाददाता, गया : शहर में स्थित परिसदन में शुक्रवार को कृषि विभाग के पदाधिकारियों के साथ सूब
जागरण संवाददाता, गया : शहर में स्थित परिसदन में शुक्रवार को कृषि विभाग के पदाधिकारियों के साथ सूबे के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने उर्वरक की उपलब्धता विशेषकर यूरिया को लेकर समीक्षा बैठक की। इसमें उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि खरीफ 2018 में जिला को कुल 33005 मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता थी। इसमें से 32000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति हो चुकी है। यह कुल आवश्कता की लगभग 97 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी खुदरा विक्रेताओं के पास पर्याप्त यूरिया का भंडार उपलब्ध है। यूरिया को निर्धारित मूल्य पर बिक्री सुनिश्चित के लिए जिला स्तरीय पदाधिकारियों का दल गठित कर लगातार छापेमारी की जा रही है। छापेमारी के क्रम में गड़बड़ी पाए जाने पर तीन विक्रेताओं को नोटिस दिया गया है और चार के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।
कृषिमंत्री ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को चेतावनी दी की किसी भी कीमत पर यूरिया अधिक मूल्य पर नहीं बिके, यह दृढ़ता से सुनिश्चित किए जाएं। किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्यवाई की जाए। यूरिया की कोई कमी नहीं है, इसलिये इसकी कालाबाजारी करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पटना मुख्यालय स्तर से भी छापेमारी दल गठित किए गए हैं, जो यूरिया को उचित मूल्य पर बिकवाना सुनिश्चित करेगा। कृषिमंत्री ने कहा कि देर से वर्षो होने के बाद भी धान की फ सल की स्थिति अच्छी है। किसानों को थोड़ा सहयोग करने से एवं उन्हें रोग एवं कीड़ों से होने वाले खतरों के प्रति समय से सलाह एवं सुझाव देकर अच्छी उपज प्राप्त करने में सहयोग किए जा सकते हैं। सभी पदाधिकारी एवं वैज्ञानिक लगातार क्षेत्र भ्रमण कर किसानों से संपर्क बनाए रखें।
जिला में पितृपक्ष के अवसर पर महासंमागम का आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर प्रदेश एवं देश के सुदूर क्षेत्र के नागरिक भागीदारी करते हैं। पितृपक्ष में आने वाले दर्शनार्थियों को बिहार सरकार कृषि विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की झाकी स्टाल लगाकर दिखाएं जाने का निर्देश उन्होंने विभागीय पदाधिकारियों को दिया।
बैठक में मगध प्रमंडल संयुक्त निदेशक आभांसु चंद जैन, मंत्री के ओएसडी नरेंद्र लोहानी, जिला कृषि पदाधिकारी, अशोक कुमार सिन्हा, उप निदेशक कृषि अभियंत्रण भूमि संरक्षण विजय प्रकाश, उप निदेशक रसायन मिट्टी जांच के जीवकांत झा, आत्मा के परियोजना निदेशक शिवदत्त कुमार सिन्हा एवं सहायक निदेशक, उद्यान, ओम प्रकाश मिश्रा ने भागीदारी की।