मुहर्रम पर साढ़े तीन हजार जवान चप्पे-चप्पे पर रहेंगे तैनात
जागरण संवाददाता, गया : मुहर्रम को देखते हुए प्रशासन ने विधि व्यवस्था और सुरक्षा के लिए साढ़े तीन
जागरण संवाददाता, गया : मुहर्रम को देखते हुए प्रशासन ने विधि व्यवस्था और सुरक्षा के लिए साढ़े तीन हजार जवानों को तैनात किया है।
शुक्रवार की सुबह शिया समुदाय के लोग पहलाम निकालेंगे। वहीं, शाम के वक्त सुन्नी समुदाय के लोग ताजिया निकालेंगे। शनिवार को शिया समुदाय का मातमी जुलूस रंगबहादुर रोड स्थित मस्जिद से निकलेगा। संध्या में सुन्नी समुदाय की ओर से अखाड़ा निकाला जाएगा। दोनों समुदायों का जुलूस अलग-अलग समय पर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए करबला आकर समाप्त होगा।
विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए साढ़े तीन हजार जवानों की तैनाती की गई है। साथ ही शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सात हजार लोगों पर धारा 107 के तहत कार्रवाई एवं एक हजार लोगों का नाम थाना की गुंडापंजी में दर्ज किया गया है। पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील व अति संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्नित किया है, जहां विशेष तौर पर अर्द्धसैनिक बल की तैनाती की जाएगी। पूरे इलाके में सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। जिले के 24 प्रखंडों में 2500 छोटे-बड़े ताजिया स्थापित करने और जुलूस निकालने की अनुमति जिला प्रशासन से दी गई है।
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शरारती तत्वों पर रहेगी पैनी नजर
मुहर्रम के दौरान शरारती तत्वों पर पैनी नजर रखी जाएगी। पर्व को देखते हुए पुलिस मुख्यालय से विशेष फोर्स मंगाया गया है। यहां के चौक-चौराहों पर बीएमपी, एसटीएफ, एसएसबी, सीआरपीएफ, बिहार पुलिस और होमगार्ड के जवानों को लगाया गया है। इनकी संख्या करीब साढ़े तीन हजार है। यह सिर्फ शहरी क्षेत्रों के लिए है। ग्रामीण क्षेत्रों में बीएमपी, एसएसबी, सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा स्थानीय थाना को गश्ती और फोर्स के बीच समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
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1365 लोगों से भराया गया बंधपत्र
सड़क पर हंगामा, उपद्रव, शराब बेचने और पीकर हंगामा करने और आपराधिक वारदातों जेल जा चुके लोगों को चिह्नित करते हुए थाना की गुंडापंजी में नाम दर्ज किया गया है। ऐसे लोगों को कभी आचरण प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा। उन्हें हमेशा संवेदनशील माना जाएगा। सात हजार लोगों पर धारा 107 के तहत कार्रवाई की गई है। इसके अलावा 1365 लोगों से थाना स्तर पर बांड (बंधपत्र) भराया गया है। अगर उनके क्षेत्र में दंगा, हंगामा, उपद्रव होता है, तो उसके लिए उन्हें जिम्मेवार माना जाएगा।
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संवेदनशील व अतिसंवेदनशील
क्षेत्रों पर रहेगी विशेष नजर
पुलिस सूत्रों के अनुसार मुहर्रम को देखते हुए जिला प्रशासन ने नीमचक बथानी, शेरघाटी, टिकारी व खिजरसराय क्षेत्र को संवेदनशील व अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा है। इन क्षेत्रों में फोर्स की संख्या अधिक होगी। साथ ही जिन क्षेत्रों में पूर्व में घटनाएं हुई हैं, उसके हिसाब से भी फोर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है। कुछ प्लाटून को पुलिस लाइन में रिजर्व रखा गया है।
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सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि मुहर्रम को देखते हुए राज्य मुख्यालय से पुलिस फोर्स मंगाया गया है और सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था के लिए अर्द्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। बिहार पुलिस के अलावा बीएमपी, एसटीएफ, एसएसबी, सीआरपीएफ को लगाया गया है। मुहर्रम के दौरान महिला-पुरुष बल तैनात रहेगा। जो भी लोग अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे, उन्हें गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा जाएगा। किसी को कहीं भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।