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वार्ड 46 में शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे हजारों लोग

गया। शहर के वार्ड संख्या 46 में दस हजार आबादी को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। लोग या तो खरीदकर पान

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Apr 2018 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 12 Apr 2018 10:36 PM (IST)
वार्ड 46 में शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे हजारों लोग
वार्ड 46 में शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे हजारों लोग

गया। शहर के वार्ड संख्या 46 में दस हजार आबादी को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। लोग या तो खरीदकर पानी पी रहे हैं या सप्लाई के मुख्य पाइप से पानी लेकर प्यास बुझा रहे हैं। मुख्य पाइप में कई जगहों पर छेद कर नल लगा दिया गया है, जिससे कुछ मात्रा में पानी मिल जाता है।

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वार्ड के बीच से मनसरवा नाला गुजरता है। नाले की सफाई कई वर्षों से अच्छी तरह नहीं होने के कारण गंदा पानी का रिसाव जमीन के अंदर हो रहा है। इसके कारण भूगर्भीय जल प्रदूषित हो रहा है। पंतनगर, मक्सुदन कॉलोनी, अशोक विहार एवं शिव कॉलोनी में बो¨रग से गंदा पानी निकल रहा है। उक्त कॉलोनी में दस हजार से अधिक आबादी को पीने का पानी नहीं मिल रहा है।

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खरीद कर पी रहे पानी

रामानुज शर्मा का कहना है कि बो¨रग से गंदा और बदबूदार पानी निकल रहा है, जिसमें कारण प्रत्येक दिन 40 रुपये का पानी खरीद कर पी रहे हैं। पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। रामनाथ शर्मा का कहना है कि बोधगया मुख्य मार्ग में नगर निगम द्वारा एक जलापूर्ति पाइप बिछाई गई है। पाइप में पूर्व वार्ड संतोष सिंह द्वारा कई जगहों पर छेद कर साल भर पहले नल लगाया गया था, उसी से कुछ पानी मिल रहा है। मालती देवी का कहना है कि जब तक मनसरवा नाला की सफाई नहीं होगी तक जलसंकट बना रहेगा। बो¨रग का पानी इतना गंदा रहता है कि आरओ मशीन दो माह बेकार हो जाती है।

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मुख्यमंत्री का आदेश नहीं हुआ पालन

2016 में मनसरवा नाले में बाढ़ के कारण कई मोहल्ले डूब गए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इसका जायजा लेने आए थे। उन्होंने नाले की पूरी सफाई कर पक्के नाले के निर्माण का आदेश दिया था। दो साल से अधिक गुजर जाने के बाद भी स्थिति यथावत है। नाले की सफाई हो जाती तो आज जलसंकट नहीं होता।

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एक इंच नहीं बिछी पाइप

वार्ड में एक इंच भी पाइपलाइन का विस्तार नगर निगम द्वारा नहीं किया गया है। पाइपलाइन बिछाने की 70 लाख की योजना बनी थी। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा केन्दुई में 58.57 लाख की राशि से जलापूर्ति केंद्र बनाया गया। वार्ड में पाइपलाइन का विस्तार नहीं होने से जलापूर्ति केंद्र बेकार साबित हो रहा है।

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एडीबी योजना बताकर रोका काम

वार्ड पार्षद प्रीति सिंह का कहना है कि वार्ड में पेयजल का घोर संकट है। बोर्ड की बैठक में पानी को लेकर बात रखी तो एडीबी योजना की दुहाई दी जाती है कि काम अब इसी से होगा। छह माह पहले पाइपलाइन बिछाने के लिए 70 लाख रुपये का प्राक्कलन बना था। एडीबी योजना का हवाला देते हुए इस पर रोक लगा दी गई है। मनसरवा नाले की सफाई नहीं होने के कारण बो¨रग से गंदा पानी निकल रहा है। वैसे, नगर निगम द्वारा दो टैंकर पानी प्रत्येक दिन मिल रहा है। लेकिन इतनी आबादी में दो टैंकर पानी से क्या होगा।

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दो-तीन दिन के बाद मनसरवा नाले की सफाई की जाएगी। नाले की सफाई होने के बाद जमीन के नीचे गंदा पानी का रिसाव नहीं होगा। जलसंकट को देखते हुए नाले की सफाई को लेकर पत्र निकल गया है। काफी तेजी से सफाई की जाएगी।

वीरेंद्र कुमार, मेयर


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