युवा संकल्प ने बदल डाली नवयुवक पुस्तकालय की तस्वीर
लक्ष्य कभी संकल्पों पर भारी नहीं पर सकता है। अगर युवा सोच का संकल्प हो तो लक्ष्य साधना और आसान हो जाता है। जिले के एक युवक ने एक बार फिर इसे सच साबित कर दिखाया है।
मोतिहारी । लक्ष्य कभी संकल्पों पर भारी नहीं पर सकता है। अगर युवा सोच का संकल्प हो तो लक्ष्य साधना और आसान हो जाता है। जिले के एक युवक ने एक बार फिर इसे सच साबित कर दिखाया है। मोतिहारी के निकटवर्ती हरदिया गांव निवासी युवा संगठन के संस्थापक रंजीत गिरि ने मजबूत संकल्पों की बदौलत शहर के बीचोबीच स्थित नवयुवक पुस्तकालय की तस्वीर ही बदल डाली है। आश्चर्य तो यह कि जिनके कंधे पर यह सब करने की जिम्मेदारी है वे भी झकझोरने के बाद निढाल नजर आए। यहां बता दें कि शहर के प्रतिष्ठित नवयुवक पुस्तकालय उचित रखरखाव के कारण दुर्दिन स्थिति में पहुंच गया है। उपर से उसके परिसर की देखभाल व सफाई नहीं होने के कारण वह मृतप्राय हो गया। अचानक रंजीत गिरि की नजर उसपर पड़ी और उन्होंने इसकी साफ-सफाई का संकल्प लिया। इसके लिए पहले फेसबुक व अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से इसके लिए अलख जगाया। मगर, कोई साथ नहीं आया। तब उन्होंने सुबह शाम दो घंटे इसकी सफाई का काम शुरु किया। घर से कुदाल, झाडू, टोकरी आदि लेकर पहुंचने लगे और सफाई करने लगे। यहां बता दें कि इस पुस्तकालय के बगल में ही नगर परिषद का कार्यालय अवस्थित है, मगर उसने कभी इसमें मदद नहीं की, जबकि रंजीत का घर करीब दस किलोमीटर दूर हैं। मगर, वे नियमित रुप से सुबह नौ बजे जरूर पहुंच जाते और सफाई में लग जाते हैं। कुछ लोगों ने फेसबुक पर पोस्ट देखकर जरूर शाबासी दी और साथ देने का भरोसा दिया। आलम यह है कि गंदगी से पटा नवयुवक पुस्तकालय रंजीत गिरि के मजबूत संकल्पों की बदौलत आज साफ-स्वच्छ नजर आ रहा है। रंजीत गिरि ने बताया कि उनकी इच्छा है कि शहर के लोग प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान पर अमल करें और उसे आगे बढ़ाएं। उन्होंने छात्रहित में स्वच्छ-सुंदर और बेहतरीन डिजिटल टेक्नोलॉजी से युक्त 24 घंटे खुलनेवाला वाईफाई युक्त स्मार्ट नवयुवक पुस्तकालय बनाने की मांग की। ताकि, डिजिटल टेक्नोलॉजी से छात्र सभी कॉम्पिटेटिव क्लास लाइव कर सकें। इसके लिए जनप्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए।