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स्वामी विवेकानंद के विचारों के अनुरूप विकसित हो युवा चेतना

मोतिहारी। स्वामी विवेकानंद की जयंती रविवार को जिले में युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 10:45 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jan 2020 10:45 PM (IST)
स्वामी विवेकानंद के विचारों के अनुरूप विकसित हो युवा चेतना
स्वामी विवेकानंद के विचारों के अनुरूप विकसित हो युवा चेतना

मोतिहारी। स्वामी विवेकानंद की जयंती रविवार को जिले में युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया। इस क्रम में शहर के गांधी संग्रहालय में हिदू नवजागरण मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम युवा संवाद में जिला प्रधान रामाकांत शर्मा शास्त्री ने कहा कि विवेकानंद के विचारों के अनुरूप युवाओं में चेतना विकसित होना चाहिए। इसके लिए उन्होंने एक युवा संवाद समिति के गठन की घोषणा की। इस समिति में युवा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक रूमित रौशन को संयोजक, नीरज सिन्हा को सह संयोजक तथा राजन पटेल, पंकज कुमार, डॉ. उपेंद्र कुमार, डॉ. ऋषि राज, सन्नी कुमार, अशोक कुमार, अमित कुमार, सत्य स्वरूप, रितेश पांडेय, पप्पू कुमार, अभिषेक राज, रविश पाठक एवं डॉ. अरूण कुमार को सदस्य बनाया गया। मौके पर प्रो. रामनिरंजन पांडेय, प्रो. सुरेशचंद्र प्रसाद, डॉ. आरएन सिंह, कृष्णनंदन प्रसाद सिंह, राज नारायण तिवारी, देवव्रत कुमार, शशि सिंह, राकेश कुमार आदि उपस्थित थे। वहीं, डॉ. एसकेएस महिला महाविद्यालय में भी विवेकानंद जयंती मनाई गई। इस अवसर पर युवा सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया। इसके अंतर्गत 19 जनवरी तक तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मौके पर प्राचार्य डॉ. रत्नेश कुमार आनंद, प्रो. कला कुमारी, डॉ. चंचल रानी, डॉ. मनीषा वाजपेयी, किरण कुमारी आदि उपस्थित थीं। इधर, भारत विकास परिषद की सत्यम शाखा द्वारा शहर के राजा बाजार में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद के विचारों पर रोशनी डालते हुए वक्ताओं ने उन्हें अनुकरणीय बताया। मौके पर राष्ट्रीय मंत्री मिथिलेश वर्मा, प्रांतीय सचिव मुक्तिनाथ शर्मा, शाखा अध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे। वहीं, भारत विकास परिषद की सुंदरम शाखा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रो. एस कुमार एवं मुकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा विवेकानंद की जीवनी के बारे में स्कूली बच्चों को बताया गया। साथ ही बच्चों के बीच कई तरह की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।

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चकिया : स्थानीय शिवदेनी राम अयोध्या प्रसाद कॉलेज में रविवार को राष्ट्रीय युवा सप्ताह शिविर का आयोजन किया गया। मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शिवकुमार प्रसाद एवं एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ राहुल अवस्थी ने दीप प्रज्वलित कर शिविर की शुरुआत की। राजनीति शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो संतोष आनंद, प्रो जीतलाल साह एवं प्रो अजय कुमार सिन्हा ने शिविर को संबोधित करते हुए एनएसएस पर प्रकाश डाला गया। छात्र-छात्राओं की ओर से सौरभ कुमार, आशुतोष राजन, विकास कुमार, कहकशां अंजुम, मासूमा तबस्सुम, अर्श नाज व काजल कुमारी ने अपने विचार रखे। मौके पर कन्हैया कुमार, उज्वल पटेल, विशाल कुमार, अभिषेक कुमार आदि मौजूद थीं। सोमवार के शिविर में राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर व्याख्यान होगा।

केसरिया : प्रखंड क्षेत्र के लालाछपरा चौक के समीप स्वामी विवेकानंद की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम में शिक्षक राजकिशोर शर्मा ने युवा वर्ग को स्वामी जी के विचारों पर चलने की अपील की। मौके पर रामनाथ बैठा, रामाश्रय सिंह, संतोष कुमार, संतोष वाजपेयी, मैनेजर साहब, विजेंदर कुमार आदि मौजूद थे।

पताही : जयप्रकाश आश्रम सांस्कृतिक विकास न्यास पताही द्वारा संचालित किसान मजदूर विकास संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद के विचारों पर चर्चा की गई। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष नवल किशोर सिंह ने की। मौके पर सुरेंद्र सिंह, विजय कुमार सिंह, सरवन कुमार गुप्ता, दिनेश मंडल, मणिकांत तिवारी आदि मौजूद थे।

युवाओं के चरित्र बोध से ही समाज का कल्याण संभव

जासं, मोतिहारी : महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य मे ं'स्वामी विवेकानंद : राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में' विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सामाजिक चितक रामाशीष सिंह ने कहा कि पृथ्वी पर जब भी धर्म की हानि हुई तब स्वामी विवेकानंद जैसा महामानव ने जन्म लिया और अपने ज्ञान के प्रकाश से हम सभी का मार्गदर्शन किया। स्वामी विवेकानंद ने अल्पायु में जो भारत ही नहीं विश्व को दिया वह युगों तक हमारी चेतना को मानव कल्याण के नजरिए से आंदोलित करता रहेगा। स्वामी विवेकानंद ने बसुधैव कुटुम्बकम का पाठ पढ़ाया। प्रजातंत्र की सफलता के लिए प्रबुद्ध नागरिकों को आगे आने की बात करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। स्वामी विवेकानंद बड़े स्वप्नद्रष्टा थे। उन्होंने एक ऐसे समाज की कल्पना की थी जिसमें धर्म या जाति के आधार पर मनुष्य-मनुष्य में कोई भेद न रहे। प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि रक्षा किया हुआ धर्म हमारी रक्षा करता हैं और हानि किया हुआ धर्म हमारी हानि। इसलिए धर्म की रक्षा हम सब की जिम्मेदारी है। प्रो. कुमार ने कहा कि हमें अतीत से सीख लेकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। स्वागत वक्तव्य में प्रो. आनद प्रकाश ने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पवनेश कुमार ने करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत की संस्कृति, सभ्यता और दर्शन के आवा•ा थे, जिसे विश्व को उन्नीसवीं शताब्दी में उन्होंने परिचित कराया। कार्यक्रम में मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो. अरुण कुमार भगत, प्रो. प्रो. अजय कुमार गुप्ता, प्रो. देवदत्त चतुर्वेदी, प्रो. सुनील महावर, प्रो. त्रिलोचन शर्मा , प्रो. रणजीत कुमार चौधरी, डॉ. शिरीष मिश्र, डॉ. प्रशांत कुमार, डॉ. अंजनी कुमार झा, श्याम नंदन, डॉ. नरेंद्र कुमार आर्य, ओम प्रकाश गुप्ता, डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. भाव नाथ पांडेय, राजीव रंजन, पीआरओ शेफालिका मिश्रा, सेक्शन ऑफिसर अजित कुमार आदि के साथ शहर के गणमान्य नागरिकों और विश्वविद्यालय के छात्रों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन मीडिया अध्ययन विभाग के असिस्टेट प्रो. डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने किया।


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