लोस चुनाव में महिला अधिकारी व कर्मी भी होंगी मुख्य किरदार
इस बार लोक सभा चुनाव में नारी शक्ति का जोर दिखेगा। चुनाव में महिला अधिकारी व
मोतिहारी। इस बार लोक सभा चुनाव में नारी शक्ति का जोर दिखेगा। चुनाव में महिला अधिकारी व कर्मचारी भी मुख्य भूमिका में होंगी। इनके हवाले कुछ मतदान केंद्र कर दिए जाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में प्रत्येक विधानसभा में पांच-पांच मतदान केंद्र ऐसे बनाए जाएंगे, जहां केवल महिला मतदानकर्मी व अधिकारियों की तैनाती होगी। यह प्रयोग जिले में पहली बार होगा। इन केंद्रों पर पीठासीन पदाधिकारी, मतदान अधिकारी, सुरक्षाकर्मी महिलाएं ही होंगी। इस प्रकार जिले के 60 मतदान केंद्रों पर महिलाओं की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। इससे अलग जिले का एक मतदान केंद्र ऐसा होगा, जहां केवल दिव्यांग मतदानकर्मी होंगे। इससे दिव्यांगों को भी यह एहसास होगा कि वे चुनावी प्रक्रिया को कराने में सक्षम हैं। इससे उनका आत्मबल बढ़ेगा। उक्त जानकारी जिलाधिकारी रमण कुमार ने गुरुवार को दी। कहा कि जिले के सभी मतदान केंद्रों पर 17 फरवरी को वीवीआइपी कार्यक्रम चलेगा। इस दिन सभी बीएलओ अपने-अपने मतदान केंद्रों पर मौजूद रहेंगे। वे मतदाता सूची के बारे में प्रदर्शन करेंगे। साथ ही वैसे मतदाता जिनके नाम छूट गए हैं उनके नाम जोड़ने के लिए फार्म भरे जाएंगे। डीएम ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों का सत्यापन करा लिया गया है। हरसिद्धि के तीन मतदान केंद्रों की जर्जर स्थिति है। इस कारण उन्हें बदला जा सकता है। इस मतदान केंद्र के बगल में दूसरे सरकारी भवन में मतदान केंद्र को'शिफ्ट किया जाएगा। बताया गया कि नए वोटरों के रंगीन ईपिक का निर्माण चल रहा है। जल्द ही उन्हें ईपिक उपलब्ध कराया जाएगा। नाम जोड़ने का कार्य आगे भी चलता रहेगा। आवेदक ऑनलाइन या सीधे बीएलओ को फार्म दे सकते हैं। मतदान केंद्रों पर रखे जाएंगे वोलेंटियर मतदान केंद्रों पर पीडब्ल्यूडी मतदाताओं की सुविधा के लिए एक-एक वोलेंटियर रखे जाएंगे। स्काउट, एनसीसी या गांव के युवा को यह मौका दिया जाएगा। वे मतदान केंद्रों पर उनकी सुविधाओं का ध्यान रखेंगे। इसके अलावा सभी मतदान केंद्र के पांच-पांच लोगों के मोबाइल व अन्य डाटा को संग्रह कर अपलोड कर दिया गया है।
कमजोर वर्गो की पहचान करेंगे सेक्टर अधिकारी जिले में 360 सेक्टर का गठन किया गया है। यहां तैनात अधिकारी अपना कार्य प्रारंभ कर चुके हैं। मुख्य रूप से कमजोर लोगों के क्षेत्रों को चिह्नित कर रिपोर्ट देने को कहा गया है, ताकि वहां के लोगों को विशेष रूप से मतदान के लिए प्रेरित करने की व्यवस्था की जाएगी। मतदान कर्मियों का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है। इसके लिए 25 हजार कर्मियों की सूची तैयार हो गई है। पहले चरण के लिए प्रशिक्षण का कार्य भी पूरा हो गया है। केंद्र सरकार के कर्मियों का डाटाबेस अभी नहीं प्राप्त हुआ है। राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर दी गई आवश्यक जानकारी जिलाधिकारी ने अपने कार्यालय कक्ष में विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं के साथ बैठक कर चुनावी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। इसमें हरसिद्धि में मतदान केंद्र के परिवर्तन के मामले पर भी चर्चा की गई। मौके पर बताया गया कि हर बूथ पर लाइव वेब का¨स्टग, वीडियोग्राफी, सीपीएफ, माइक्रोऑब्जर्बर आदि की व्यवस्था की जाएगी। बताया गया कि जिले में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए 35 प्रचार वाहन चलाए जा रहे हैं। उन्हें ईवीएम व वीवीपैट के माध्यम से अभ्यास कराया जा रहा है। शिकायत, सुझाव व जानकारी के लिए चुनाव आयोग ने 1950 टोल फ्री नंबर जारी किया है, जिस पर लोग अपनी बात रख सकते हैं। शस्त्र रखने वालों को थानावार सत्यापन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। सत्यापन नहीं कराने वालों के शस्त्र जमा कराने के बाद उनके लाइसेंस रद किए जाएंगे।