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ग्रामीणों ने जेई व एचएम को बनाया बंधक

मोतिहारी। आदापुर में विद्यालय भवन निर्माण मामले की जांच करने के पहुंची बीईओ द्वारा लोगों की बात अनसुनी कर चले जाने के बाद वृता गांव के लोग आक्रोशित हो गए। इसके बाद लोगों ने जेई व प्रधानाध्यापक को कार्यालय में बंद कर सड़क जाम कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 10:42 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:19 AM (IST)
ग्रामीणों ने जेई व एचएम को बनाया बंधक
ग्रामीणों ने जेई व एचएम को बनाया बंधक

मोतिहारी। आदापुर में विद्यालय भवन निर्माण मामले की जांच करने के पहुंची बीईओ द्वारा लोगों की बात अनसुनी कर चले जाने के बाद वृता गांव के लोग आक्रोशित हो गए। इसके बाद लोगों ने जेई व प्रधानाध्यापक को कार्यालय में बंद कर सड़क जाम कर दिया। साथ ही विद्यालय में अनिश्चितकाल के लिए ताला जड़ दिया। सड़क जाम से घंटों आवागमन बाधित रहा। इधर घटना की सूचना मिलते ही एएसआइ तेज नारायण सिंह ने स्थल पर पहुंच लोगों को समझाने के प्रयास में जुटी रहे। लेकिन, ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। ग्रामीण रविरंजन चौबे, उमेश नारायण चौबे व रविंद्र पटेल का कहना था जब बीईओ यहां जांच करने पहुंचीं तो लोगों की बातों को अनसुनी कर क्यों चली गई। साथ ही जब यहां स्वीकृति के बाद भवन निर्माण के लिए राशि आ गया है और निर्माण कार्य शुरू हो गया है तो यहां से मंझरिया क्यों स्थानांतरित होगा। हमारे बच्चे तीन किलोमीटर की दूरी पर पढ़ने क्यों जाएं। जहां किचन शेड बनाने के लिए भूमि नहीं है। वहां विद्यालय भवन कैसे बनेगा। यहां बता दें कि सरकार के नियमानुसार प्रत्येक पंचायतों में प्लस टू विद्यालय खोला जाना है। जिसको लेकर पूर्व की बीईओ आशा कुमारी व जेई अनिल कुमार ने विद्यालय भवन निर्माण को लेकर मंझरिया पंचायत के सभी विद्यालयों का निरीक्षण करने के बाद बलुआ वृता में भूमि पाया था। जिसके बाद विभाग द्वारा स्वीकृति मिलने पर दो कमरों के निर्माण के लिए विभाग ने राशि विमुक्त कर दी। साथ ही एचएम संजीव चौबे ने विद्यालय शिक्षा समिति व ग्रामीणों के निर्णय के बाद पुराने खंडहर रूपी भवन को तोड़ना शुरू हुआ तो विवाद बढ़ गया । मंझरिया पंचायत के सरपंच सहित अन्य ग्रामीणों ने डीपीओ को आवेदन देकर न केवल कार्य रोक दिया, बल्कि प्रस्तावित भवन को अपने यहां ले जाने की मांग कर दी। जिसके आलोक में डीपीओ राजकुमार शर्मा ने सीओ को जांच करने का आदेश दिया था। वहीं इसकी सूचना मिलते ही बृता के लोगों ने सीओ, बीडीओ व जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर कहा है कि जब उच्च विद्यालय नहीं बनेगा तो यहां का मध्य विद्यालय भी बंद रहेगा। इधर बीईओ रंजना कुमारी का कहना है कि भवन वहीं बनेगा जहां भूमि व जनसंख्या ज्यादा है। हमने मंझरिया जाकर वस्तु स्थिति का अवलोकन किया है। वृता में जेई अनिल कुमार को बंधक बनाना ठीक नहीं है।

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