दिल्ली में भी शांत नहीं बैठा था विकास सिंह
कुख्यात बबलू दूबे हत्याकांड में शातिर विकास सिंह की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है।
मोतिहारी । कुख्यात बबलू दूबे हत्याकांड में शातिर विकास सिंह की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। इस मामले में उसकी तलाश थी। लेकिन, वह हरियाणा के गुरुग्राम में पकड़ा गया। एसपी जयंतकांत ने बताया कि कुख्यात विकास दिल्ली जाकर भी शांत नहीं बैठा। वहां भी हरकत करता रहा। इसी क्रम में उसके द्वारा 15 लाख रुपये के लिए एक व्यक्ति की हत्या की साजिश रची जा रही थी। इसकी भनक पुलिस को लगी। ऐन वक्त पर गिरफ्तार कर उसकी मंशा को चकनाचूर कर दिया गया। एसपी ने कहा कि विकास के बेतिया आने के बाद कुछ अन्य मामले का भी उद्भेदन संभव है। बबलू दुबे हत्याकांड में बेतिया पुलिस काफी अरसे से विकास की तलाश कर रही थी। हालांकि, जेल से निकलने के बाद वह दिल्ली भाग गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार विकास की गिरफ्तारी के लिए एसपी जयंतकांत ने एक स्पेशल टीम गठित की थी। टीम, दिल्ली क्राइम ब्रांच के सहयोग से शनिवार रात उसे गिरफ्तार कर लिया। मोतिहारी के श्रीकृष्ण नगर में शातिर मंटू शर्मा व अभिषेक पांडेय की हत्या के बाद अपराध जगत में विकास का नाम चर्चा में आ गया था। मोतिहारी के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश कुमार से रंगदारी तथा एलआइसी एजेंट जितेंद्र मिश्रा को गोली मारने, पूर्वी चंपारण के अगरवा माईस्थान के पास रंजन फाइनेंसर की हत्या में भी उसका नाम आया था। विकास पूर्वी चंपारण में ही अपराध की दुनिया में सक्रिय था। बेतिया में बबलू दुबे हत्याकांड में अनुसंधान के दौरान उसका नाम सामने आया था। 25 जनवरी 18 को जेल से निकला था : मंटू शर्मा हत्याकांड में उसने 20 जून 2015 को न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। कई मामलों में उसे जमानत मिल गई थी । 25 जनवरी 2018 को जेल से बाहर निकला था। उसके बाद वह दिल्ली चला गया। जमानत मिलने के बाद पुलिस अनुसंधान के दौरान बबलू दुबे हत्याकांड में उसकी संलिप्तता उजागर हुई थी। गैंगस्टर बबलू दुबे की हत्या 11 मई 17 को बेतिया न्यायालय परिसर में गोली मार कर दी गई थी। कोर्ट में पेशी के दौरान अपराधियों ने बबलू को गोली मार हत्या कर दी थी। मामले में नगर थाना में कांड संख्या 337/17 दर्ज किया गया था। मामले के सभी आरोपी पुलिस पकड़ में आ चुके हैं।