बालिका गृह की सुरक्षा व्यवस्था होगी और मजबूत
मोतिहारी। जिला मुख्यालय के बरियारपुर में संचालित बालिका गृह का निरीक्षण जिलाधिकारी रमण कुमार ने शनि
मोतिहारी। जिला मुख्यालय के बरियारपुर में संचालित बालिका गृह का निरीक्षण जिलाधिकारी रमण कुमार ने शनिवार को किया। डीएम अधिकारियों की टीम के साथ बरियारपुर स्थित बालिका गृह व दत्तक संग्रह केंद्र पहुंचे। यहां उपलब्ध सुविधाओं को हर ¨बदु पर देखा। हर स्तर की व्यवस्था से अवगत हुए। कार्यालय में संबंधित संचिकाओं की पड़ताल की। बालिका गृह के संचालन कर रही मधु कुमारी से व्यवस्था के बारे में पूरी जानकारी ली। कहा कि बालिका गृह की सुरक्षा के लिए पूर्व से व्यवस्था की गई है। तीन महिला सुरक्षाकर्मी व संस्था के कर्मियों की तैनाती है। इन सबके बीच यहां की सुरक्षा को और बढ़ाया जाएगा। स्थानीय पुलिस को भी समय-समय पर यहां आकर गश्त लगाने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों की टीम के साथ बालिका गृह में रह रही 20 लड़कियों से बंद कमरे में उनकी समस्याएं जानी। छोटी-छोटी बच्चियों से बात कर उनसे पढ़ाई के बारे में बात की। बच्चियां पें¨टग बना रही थीं। उनसे यहां की व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कुछ मानसिक बीमारी से ग्रस्त बच्चियों को भी देखा। उनकी समस्याओं से अवगत होकर सीएस को आवश्यक निर्देश दिया। चिकित्सक समय-समय पर आकर बच्चियों की करेंगे जांच जिलाधिकारी ने कहा कि बालिका गृह का संचालन संतोषप्रद है। इसके बावजूद इसे और बेहतर करने की दिशा में प्रयास किया जाएगा। महिला चिकित्सक व मनोचिकित्सक को समय-समय पर यहां आकर बच्चियों की जांच करने का निर्देश सीएस को दिया गया है। यह सुखद है कि यहां बच्चियों को शिक्षा देने की कोशिश की जा रही है, पर उसे और बेहतर करने की जरूरत है। सिलाई-कटाई का यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसे और बेहतर करने का निर्देश दिया गया है। सीसी कैमरे यहां पहले से लगाए गए हैं। सफाई की व्यवस्था भी ठीक पाई गई है। संचालन को बेहतर करने की दिशा में समय-समय पर निरीक्षण करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया। मौके पर सीएस डॉ. बीके ¨सह, डीपीओ आइसीडीसए प्रतिभा कुमारी गिरि, ओएसडी सुशील कुमार सिन्हा, दत्तक गृह के समन्वयक आमोद कुमार शरण समेत कई अधिकारी मौजूद थे। राजेंद्र छात्रावास में पुस्तकालय की करें स्थापना जिलाधिकारी ने चांदमारी स्थित राजेंद्र छात्रावास का निरीक्षण करते हुए वहां की व्यवस्था के बारे में बच्चों से बात की। वहां रहने वाले बच्चों से पढ़ाई को लेकर भी सवाल किए। वहां की समस्याओं के बारे में उनसे जानकारी ली। जिला कल्याण पदाधिकारी को छात्रों की मांग पर एक पुस्तकालय को स्थापित करने का निर्देश दिया। इसके अलावा अति पिछड़ा छात्रावास का निरीक्षण किया। भवन की स्थिति पर ¨चता जताते हुए इसकी मरम्मत कराने को लेकर प्रस्ताव अविलंब भेजने का निर्देश कल्याण पदाधिकारी को दिया।