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सांस्कृतिक विरासत को देख मंत्रमुग्ध हुए राज्यपाल

मोतिहारी के मुंशी ¨सह महाविद्यालय परिसर में संचालित 12 दिवसीय एक भारत श्रेष्ठ भारत एनसीसी कैंप के अंतर्गत बुधवार को राज्यपाल के दौरे को लेकर सुबह से ही उत्साह का माहौल था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 10:23 PM (IST)Updated: Wed, 28 Nov 2018 10:49 PM (IST)
सांस्कृतिक विरासत को देख मंत्रमुग्ध हुए राज्यपाल
सांस्कृतिक विरासत को देख मंत्रमुग्ध हुए राज्यपाल

मोतिहारी। मोतिहारी के मुंशी ¨सह महाविद्यालय परिसर में संचालित 12 दिवसीय एक भारत श्रेष्ठ भारत एनसीसी कैंप के अंतर्गत बुधवार को राज्यपाल के दौरे को लेकर सुबह से ही उत्साह का माहौल था। उत्साह उस समय चरम पर पहुंच गया जब राज्यपाल का हेलिकॉप्टर सुबह 11 बजे एमएस कॉलेज के खेल मैदान में उतरा। सलामी गारद के निरीक्षण के बाद राज्यपाल कॉलेज परिसर स्थित कैंप में पहुंचे। क्वार्टर गार्ड के गार्ड ऑफ ऑनर के बाद सभा भवन तक जाने के दौरान राज्यपाल के आगे-आगे एनसीसी की ग‌र्ल्स कैडेट चल रही थीं। अन्य वरीय पदाधिकारी उनको फॉलो कर रहे थे। बेहद आकर्षक ²श्य था। कुल मिलाकर पूरा वातावरण सांस्कृतिक एकता की चादर में लिपटा नजर आ रहा था। सभागार में इलाकाई विभेद का नामोनिशान तक नहीं था। सभी घुल मिलकर आयोजन का सफल बनाने में जुटे थे। चाहे बिहार के अलग-अलग हिस्सों से आए कैडेट हों या नार्थ ईस्ट जोन के युवा। कैंप में इस सांस्कृतिक उत्सव की सफलता सबकी सामूहिक जवाबदेही थी, जिसका वे बखूबी निर्वहन कर रहे थे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम

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एमएस कॉलेज के सभागार में राज्यपाल की मौजूदगी में कैंप की परिकल्पना को ध्यान में रख सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में बिहार की मिट्टी की खुशबू के बीच पूर्वोत्तर की लोक संस्कृति अंगड़ाई लेती नजर आई। इस अवसर पर नार्थ ईस्ट की प्रस्तुति कुकी सहित अन्य लोकनृत्यों में संवेदना, मिजाज एवं विचारों का संगम महसूस किया गया। इस नृत्य ने आयोजन की सार्थकता को सिद्ध कर दिया। इस क्रम में पटना एवं भागलपुर के कैडेट भी पीछे नहीं थे। पटना ग्रुप ने महिषासुर मर्दिनी पर आधारित फ्यूजन डांस प्रस्तुत किया। वहीं, भागलपुर ग्रुप की प्रस्तुति जट-जटिन लोकनृत्य की भी खूब सराहना हुई। कार्यक्रम को देख राज्यपाल भी मंत्रमुग्ध से दिखे। 'द कैडेट' का हुआ विमोचन

कार्यक्रम के दौरान एनसीसी की पत्रिका द कैडेट का राज्यपाल सहित वहां उपस्थित वरीय अधिकारियों ने विमोचन किया। कैडेटों को शुभकानाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि विविधता में एकता के इस कैंप के माध्यम से अनुपम मिशाल पेश की गई है। यह सराहनीय प्रयास है। इस तरह की गतिविधियों को संचालित किए जाने की आवश्यकता है। एनसीसी के प्रशिक्षण को और अधिक वृहत रूप देने की भी जरूरत है। ये कैडेट देश के भावी रक्षक हैं। आधुनिकीकृत सभा भवन किया उद्घाटन

मुंशी ¨सह महाविद्यालय का ऐतिहासहिक सभागार बुधवार को एक बार फिर एक ऐसे आयोजन का गवाह बना, जो यादगार बन गया। कॉलेज के आधुनिकीकृत सभा भवन के शिलापट्ट का राज्यपाल ने अनावरण किया। सभा भवन को आधुनिक साज-सज्जा के साथ विकसित किया गया है। इससे पूर्व वर्ष 1959 में भी इस सभा भवन में बिहार के तत्कालीन राज्यपाल डॉ. जाकिर हुसैन भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। राज्यपाल को किया गया सम्मानित

सभा भवन में राज्यपाल लालजी टंडन को बिहार-झारखंड एनसीसी निदेशालय के एडीजी मेजर जेनरल राजीव कुमार गुप्ता ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इससे पहले एडीजी ने अपने संबोधन के माध्यम से राज्यपाल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्वोत्तर की ग‌र्ल्स कैडेट्स ने पारंपरिक परिधान देकर राज्यपाल के प्रति सम्मान व्यक्त किया। वहीं, इस सफल आयोजन के लिए राज्यपाल ने एमएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओमप्रकाश ¨सह को सम्मानित किया। परिसर में किया पौधरोपण

एक भारत श्रेष्ठ भारत एनसीसी कैंप कई मायने में यादगार रहा। इस अवसर पर आए राज्यपाल ने परिसर में पौधरोपण कर इसे यादगार बना दिया। उन्होंने चंपा का पौधा लगाकर चंपा से चंपारण की अवधारणा को मजबूत किया। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। राज्यपाल कैंप की गतिविधियों को देख काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि प्राचीन शिक्षा प्रणाली में शस्त्र एवं शास्त्र दोनों की शिक्षा दी जाती थी। एनसीसी संगठन उसी परिपाटी को आगे बढ़ा रहा है, यह आत्म गौरव का विषय है। यह संगठन शस्त्र एवं शास्त्र दोनों का हिमायती है। कॉलेज परिसर का सुरक्षा घेरा था सख्त

राज्यपाल के दौरे को लेकर मुंशी ¨सह महाविद्यालय को किले के रूप में तब्दील कर दिया गया था। किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को परिसर में जाने की इजाजत नहीं थी। कॉलेज की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। व्यवस्था की मॉनीट¨रग स्वयं जिलाधिकारी रमण कुमार एवं एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा कर रहे थे। परिसर में भी बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। डॉग स्क्वायड के सदस्य भी भ्रमणशील थे। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा था। कॉलेज परिसर की एक तरह से किलेबंदी कर दी गई थी। ये थे मौजूद

डीएम रमण कुमार, एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा, कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव, डीडीसी अखिलेश कुमार ¨सह, सिविल सर्जन डॉ. बीके ¨सह, अपर समाहर्ता कुमार मंगलम, डीएसपी सदर मुरली मनोहर मांझी, जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. ओंकारनाथ ¨सह, कॉपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक समरेश प्रताप ¨सह, ग्रुप कमांडर कर्नल पीके सिन्हा, ट्रे¨नग ऑफिसर कर्नल संजीव शर्मा, कर्नल रामानुज, कर्नल एसके झा, कमां¨डग ऑफिसर कर्नल विक्रम सेढ़ा, लेफ्टिनेंट कर्नल सुमनलता, सूबेदार मेजर डीके मंडल, बीएचएम गोपाल ¨सह थापा आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कैप्टन अरुण कुमार ने की।


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