केंद्र सरकार धार्मिक आधार पर संविधान के विपरीत कर रही काम
शहर के मीनाबाजार स्थित मुख्यपथ स्थित उर्दू लाइब्रेरी के समीप संविधान बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में अनिश्चितकालीन धरना पर दूसरे दिन बड़ी संख्या में महिलाएं बैठी रहीं। वे सीएए एनआरसी व एनपीआर के विरोध करते हुए सरकार से इसे वापस लेने की मांग के समर्थन में नारेबाजी कर रही थीं।
मोतिहारी । शहर के मीनाबाजार स्थित मुख्यपथ स्थित उर्दू लाइब्रेरी के समीप संविधान बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में अनिश्चितकालीन धरना पर दूसरे दिन बड़ी संख्या में महिलाएं बैठी रहीं। वे सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध करते हुए सरकार से इसे वापस लेने की मांग के समर्थन में नारेबाजी कर रही थीं। शहर के विभिन्न मोहल्लों से महिलाएं अपने घरों से निकलकर धरना में शामिल होने पहुंची थीं। धरना को नैतिक समर्थन देते पहुंचे कांग्रेस नेता मुमताज अहमद, अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष सैयद इफ्तेखार अहमद, नसीम अहमद, एनामूल हक, राजद नेता कृष्णा मिश्रा, ललित कुशवाहा, पुट्टू मियां, खुर्शीद अहमद, तनवीर खां, लालबाबू खां, जावेद अहमद, पारसनाथ आंबेडकर समेत कई नेताओं ने सीएए कानून को वापस लेने की मांग की। नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार धार्मिक आधार पर भेदभाव कर संविधान की मूल भावना के विपरीत काम कर रही है।