डीआईओ के नेतृत्व में रक्सौल पहुंची टीम
मोतिहारी। बीते दस दिनों के अंदर रक्सौल शहर के इस्लामपुर और गांधी नगर मोहल्ला में हुई पांच
मोतिहारी। बीते दस दिनों के अंदर रक्सौल शहर के इस्लामपुर और गांधी नगर मोहल्ला में हुई पांच बच्चों की मौत को लेकर स्वास्थ्य विभाग सख्त हो गया है। इसको लेकर पूर्वी चंपारण के सीएस डॉ. रिजवान अहमद द्वारा दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। गठित टीम में शामिल डीआईओ डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, डॉ. अमृतांशु ने स्वास्थ्यर्किमयों के साथ रविवार को उक्त मोहल्ला में पहुंच लोगों से जानकारी ली। चिकित्सकों ने घर-घर पहुंच मृत बच्चों की मां व परिवारजनों से अलग-अलग पूछताछ की। जिसमें बच्चा रात में कितनी बार जगा था। बच्चे को बुखार, निमोनिया तो नहीं हुआ था। बच्चे का जन्म कहां हुआ था। जन्म के समय टीकाकरण हुआ था या नहीं। बच्चे का जन्म घर पर हुआ था या अस्पताल में । जन्म के समय बच्चा बीमार तो नहीं था। उसकी मां की तबीयत कैसी थी। इसके साथ ही रात में सोते समय मां ने बच्चे को दूध कैसे पिलाया था। दूध पीते समय बच्चे का दम तो नहीं घुंट रहा था। वहीं मोहल्ला में साफ-सफाई की जांच की। इस संबंध में पूछे जाने पर टीम के नोडल पदाधिकारी डीआईओ डॉ. सिन्हा ने बताया कि टीम के द्वारा जानकारी ली गई है। जिसमें अधिकांश लोगों ने बताया कि बच्चा दूध पीने के बाद सोया रह गया है। इससे पहले उनके घर के आसपास इस तरह किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है। वहीं किसी-किसी बच्चे के मुंह से मौत के बाद झाग व खून भी निकला था। मृत बच्चों को किसी चिकित्सक से इलाज नहीं कराया गया है। जिसे कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है। फिर भी परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा कहा जा सकता है कि फीडिग के तरीका, ठंड में बच्चों को सुलाने के समय गड़बड़ी के कारण बच्चों की मौत हुई है। इसके साथ ही उक्त मोहल्ला में एक एएनएम की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। जो मोहल्ला में महिलाओं को बच्चों को दूध पिलाने के तरीकों की जानकारी देंगी। साथ ही स्थिति पर नजर रखेंगी। वहीं इस्लामपुर मोहल्ला के सलाउद्दीन के पुत्र हसनैन का तबीयत खराब हो गया था। जिसे शहर के अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया गया। जहां से लौटने बाद परिवारजनों ने बच्चे के साथ मां को नेपाल स्थित मायका भेज दिया। वहां उसका इलाज चल रहा है। उक्त टीम नेपाल पहुंच बीमारी के संबंध में जानकारी ली। वहीं डीआईओ श्री सिन्हा ने बताया कि मृत बच्चों में एक जन्म सुगौली पीएचसी में हुआ था। वहीं दूसरे बच्चे की मां अपने मायका पश्चिमी चंपारण के बेतिया बगही गांव चली गई है। इसके लिए टीम उक्त जगहों पर पहुंचकर जानकारी जुटाएगी। बता दें कि दैनिक जागरण ने शनिवार को पेज सात पर सात दिनों में पांच नवजात की मौत, मोहल्ले में मातम शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग ने कान खड़े कर लिए है। जांच टीम में डॉ. राजीव रंजन कुमार, एएनएम मोनिका कुमारी, बीएचएम सतीश कुमार शाही, युनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार, एम एंड ई विपुल कुमार, दीपराज, भूषण कुमार आदि मौजूद थे।