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विदेशमंत्री के आगमन को लेकर बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त

मोतिहारी। रक्सौल में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। इसकी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों ने दी। बताया कि 21 अगस्त को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर नेपाल जायेंगे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 11:34 PM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 06:32 AM (IST)
विदेशमंत्री के आगमन को लेकर बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त
विदेशमंत्री के आगमन को लेकर बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त

मोतिहारी। रक्सौल में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। इसकी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों ने दी। बताया कि 21 अगस्त को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर नेपाल जायेंगे। इसको लेकर एसएसबी और नेपाल सशस्त्र पुलिस के जवान समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से बार्डर पर गश्ती कर रहे हैं। सीमावर्ती ग्रामीण रास्तों और दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाले मुख्य पथ से आने-जाने वाले वाहनों व संदिग्ध लोगों के सामान की जांच की जा रही है। इसके लिए आधुनिक मशीन स्केनर का प्रयोग सुरक्षाकर्मी कर रहे हैं। डीएसपी सजंय कुमार झा ने बताया कि सतर्कता के तहत सीमावर्ती थानों को लगातार जांच करने का आदेश दिया गया है। बता दें कि भारतीय विदेश मंत्री की नेपाल यात्रा काफी महत्वपूर्ण है। इस दौरान नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की पांचवी बैठक काफी दिनों से टाली जाती रही है, जिस पर चर्चा की जाएगी । बैठक में नेपाल द्वारा तीन दशक से चले आ रहे एजेंडा को पेश करने की तैयारी की गई है। बैठक दो सप्ताह के बाद काठमांडू में होगी पर अभी तिथि तय नही हैं। बैठक में रक्सौल-काठमांडू रेल लाइन डीपीआर की समीक्षा, जनकपुर-जयनगर आइसीपी का निर्माण, नारायणी कोसी नदी में जल मार्ग परियोजना की शुरूआत इसके अलावा राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, भौतिक पूर्वाधार, व्यापार, परिवहन, जल स्त्रोत उर्जा, संस्कृति, शिक्षा आदि नेपाल के एजेंडा में शामिल हो सकते हैं। दिल्ली में तीन साल पूर्व हुई बैठक में प्रस्तुत एजेंडा तथा उसमें हुई प्रगति आदि विषय पर समीक्षा होगी । यह जानकारी परराष्ट्र अधिकारी ने दी है। नेपाल तीन दर्जन से अधिक विषय का विभिन्न क्लस्टर बनाकर एजेंडा प्रस्तुत करेगा। बैठक में परराष्ट्रमन्त्री प्रदीप कुमार ज्ञवाली के नेतृत्व में 25 से अधिक नेपाली प्रतिनिधि समूहगत रूप में भारतीय पक्ष के साथ विचार-विमर्श करेंगे। भारतीय पक्ष से भी विदेशमंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में 25 से अधिक अधिकारी भाग लेंगे। नेपाली पक्ष से राजनीति, सीमा सुरक्षा और व्यवस्थापन संबंधी प्रमुख क्लस्टर में रक्षा, गृह, कानून तथा संसदीय व्यवस्था, भौतिक तथा पूर्वाधार निर्माण मन्त्रालय के प्रतिनिधि सहभागी होंगे। आर्थिक सहयोग तथा पूर्वाधार निर्माण संबंधी क्लस्टर में ऋण, कृषि क्षेत्र के विकास, सड़क निर्माण, रेल सेवा विस्तार के विषय में बहस की तैयारी नेपाली पक्ष की है।

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