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रोइंग क्लब को अज्ञातवास से मिलेगी मुक्ति, कायाकल्प के लिए मिले 20 लाख

मोतिहारी। वर्षों से वीरान पड़े रोइंग क्लब का दिन बहुरने वाले हैं। लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रशास

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 12:28 AM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 12:28 AM (IST)
रोइंग क्लब को अज्ञातवास से मिलेगी मुक्ति, कायाकल्प के लिए मिले 20 लाख
रोइंग क्लब को अज्ञातवास से मिलेगी मुक्ति, कायाकल्प के लिए मिले 20 लाख

मोतिहारी। वर्षों से वीरान पड़े रोइंग क्लब का दिन बहुरने वाले हैं। लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रशासनिक स्तर पर इसके विकास को लेकर गंभीरता दिखाई गई है। वीरान व खंडहरनुमा इस भवन को आकर्षक लुक देने के लिए विभागीय स्तर पर योजना को अंतिम रूप देने के लिए प्रयास भी तेज कर दिए गए हैं। सरकारी स्तर पर किए जा रहे प्रयास से रोइंग क्लब का अज्ञातवास से मुक्ति मिलने की उम्मीद जग गई है। मोतीझील के किनारे इस परिसर के नवीकरण करने व विकास के लिए 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। इस आलोक में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने तत्काल 20 लाख रुपये का आवंटन कर दिया है। इस राशि से इस क्लब को जीवंत करने में खर्च किया जाएगा। बता दें कि इस स्थल के विकास को लेकर प्रयास तो कई वर्षों से किए जा रहे थे, पर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने व्यक्तिगत स्तर पर इसे प्राथमिकता देते हुए गंभीरता के साथ इसके विकास के लिए प्रयास किया। जिलाधिकारी के प्रयास से राशि प्राप्त होने के बाद इस भवन व परिसर का सौंदर्यीकरण किया जा सकेगा। आने वाले दिनों में यह क्लब अपनी खो चुकी पहचान को हासिल करने में कामयाब होगा।

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स्थापना काल के बाद इस परिसर का पहली बार हो रहा सौंदर्यीकरण 1958 में इस क्लब की स्थापना की गई थी। समय के साथ यहां विभिन्न प्रकार की गतिविधियां संचालित होती रही। करीब दो दशक पूर्व भवन के पुराना होने के साथ परिसर में वीरानगी पसरने लगे। धीरे-धीरे सभी गतिविधियां यहां बंद हो गई। बताया जाता है कि वर्ष 1958 में तत्कालीन जिलाधिकारी सीआर वैद्यनाथन ने चंपारण में रोइंग क्लब की स्थापना के साथ-साथ ऑफिसर क्लब, महिला क्लब एवं सर्विस क्लब की स्थापना की थी। प्रारंभिक दिनों से हर प्रकार की गतिविधियां होती रही। लेकिन उचित-देखरेख के अभाव में सभी क्लब मृतप्राय: हो गया। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने रोइंग क्लब, नवयुवक पुस्तकालय एवं गांधी स्मारक के विकास के लिए सार्थक पहल की व नतीजा यह हुआ कि परिसर की पुरानी यादें वापस लौट रही है। सर्विस स्पो‌र्ट्स क्लब के सचिव गोपाल जी मिश्रा ने बताया कि जिस प्रकार जिलाधिकारी चंपारण के वैसे विरासत को नया स्वरूप देने में लगे हैं उन्हें यहां की जनता लंबे समय तक याद रखेगी।

परिसर में पार्क व इनडोर खेल की गतिविधियां भी होगी संचालित

बताया गया कि इस परिसर में पार्क का निर्माण कराने के साथ विभिन्न प्रकार के पौधारोपण किया जाना है। साथ ही भवन को जीर्णोद्धार कराने के साथ इनडोर खेल की गतिविधियां संचालित किया जाएगा। इसके अलावा मोतीझील में नौका बिहार का संचालन भी यहीं से किया जाएगा। सामुदायिक भवन, मैरिज हॉल के साथ पार्क के बीचो-बीच आधुनिक फब्बारा लगाया जाएगा। बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए जाएंगे। झील के किनारे आधुनिक घाट का निर्माण कराया जाएगा। बोटिग के दौरान कोई हादसा नहीं हो इसके लिए गोताखोरों की तैनाती रहेगी।

वर्जन

बिहार राज्य पुल निर्माण ने परिसर के नवीकरण के लिए 20 लाख रुपये आवंटित किए है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। राशि भवन के जीर्णोद्वार व अन्य कार्यों पर खर्च होंगे। जल्द ही मोतीझील में नौका बिहार का भी लोग आनंद ले सकेंगे।

शीर्षत कपिल अशोक

जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण


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