सड़क निर्माण के लिए सड़क पर उतरे ग्रामीण
भवानीपुर-धनगड़हा पथ की जर्जर स्थिति से परेशान भवानीपुर के जन प्रतिनिधि व व्यवसायी व ग्रामीण सड़क पर उतरे।
मोतिहारी। भवानीपुर-धनगड़हा पथ की जर्जर स्थिति से परेशान भवानीपुर के जन प्रतिनिधि व व्यवसायी व ग्रामीण सड़क पर उतरे। नाराज लोगों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। सड़क पर घंटों बैठकर 'नो रोड, नो वोट' के नारे लगाए। धरना का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश कुमार जयसवाल उर्फ लखन जी, मुखिया संघ अध्यक्ष सुबोध कुमार शर्मा उर्फ मुनानी शर्मा, रणधीर कुमार जायसवाल उर्फ चुन्ना, सामाजिक कार्यकर्ता सह मुखिया प्रतिनिधि रणधीर कुमार ¨सह उर्फ नन्हे ¨सह ने संयुक्त रूप से किया। आंदोलन कर रहे लोगों का कहना था है कि वर्ष 1983-84 में गो¨वदगंज के तत्कालीन कांग्रेस विधायक रमाशंकर पांडेय द्वारा विश्व बैंक संपोषित योजना से इस सड़क का निर्माण करवाया गया था। जबकि सड़क की जर्जरता को देख वर्ष 2006 में राजन तिवारी ने सड़क को चलने लायक बनवाया। जबकि वर्ष 2007 से 08 में विधायक मीना द्विवेदी द्वारा भी इसके दो हिस्सों में कार्य करवाया गया। लेकिन सड़क की सूरत तो नहीं बदली। संवेदक जरूर बदलते रहे। संग्रामपुर के बाद भवानीपुर बाजार किराना व्यवसाय के मामले में अपनी एक पहचान रखता है। लेकिन राष्ट्रीय उच्च पथ 28 को भवानीपुर से जोड़ने वाली इस सड़क की बदहाल स्थिति के कारण मोतिहारी या मुजफ्फरपुर की तरफ से आने वाले किराना सामानों के ट्रकों को लगभग बीस किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर भवानीपुर पहुंचना पड़ता है। जबकि धनगड़हा से भवानीपुर बाजार की दूरी महज चार किलोमीटर है। धरनास्थल पर सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि भवानीपुर बाजार की सीमा के सभी चौराहों पर नो रोड नो वोट का बैनर लगाते हुए चुनाव में आने वालों नेताओ को यहां नहीं घुसने दिया जाएगा। साथ ही समय रहते प्रशासन ने सड़क निर्माण के लिए कदम नही उठाया तो भवानीपुर मठ के समीप एचएस 74 पर एक दिवसीय धरना देकर सड़क जाम होगा। मौके पर पूर्व मुखिया ओंकार प्रसाद जयसवाल, मुकेश ठाकुर, पूर्व प्रमुख अभिमन्यु प्रसाद, धर्मदेव प्रसाद, राजकुमार पासवान, राजन जायसवाल, संतोष जायसवाल, शेख अमरदीन, बिकी कुमार, संदीप कुमार, नरेंद्र कुमार, मनोज ¨सह, धीरेंद्र जायसवाल, प्रमोद सोनी, हरेंद्र साह आदि मौजूद थे।