सड़क बनने से मुजफ्फरपुर व वैशाली का सफर हो जाएगा आसान
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए कई प्रकार की योजनाएं चल रही हैं। गांव में विकास भी दिख रहा है।
मोतिहारी। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए कई प्रकार की योजनाएं चल रही हैं। गांव में विकास भी दिख रहा है। वहीं मेहसी के डाकबंगला से मुजफ्फरपुर को जोड़ने वाली सड़क पर लोगों का सफर मुश्किल भरा प्रतीत हो रहा है। आवागमन की समस्या से जूझ रहे लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बरसात प्रारंभ होने के साथ यहां के लोगों की समस्याएं और बढ़ जाती है। दर्जनों गांव के हजारों लोगों के लिए इस सड़क पर सफर करने से रुह कांप जाता है। लोगों का कहना है कि अगर इस सड़क का निर्माण हो जाए तो उनका सीधा संपर्क मुजफ्फरपुर व वैशाली से हो जाएगा। मेहसी का डाकबंगला चौक। भीड़भाड़ के बीच एक जर्जर सड़क। बताया गया कि यह सड़क कई गांवों को जोड़ने के साथ दो जिले मुजफ्फरपुर व वैशाली तक जाती है। इस रास्ते में दर्जनों गांव के लोग रहते हैं। उनके आवागमन के लिए यही सड़क है। यह सड़क मुजफ्फरपुर के फुलवरिया को जोड़ती है। महमादा मुख्य लिक पथ पर सफल लोगों के लिए आसान नहीं है। तीन जिलों को एक दूसरे से जोड़ने में अहम भूमिका निभाने वाली इस सड़क के निर्माण की मांग लोग वर्षो से कर रहे हैं। इसके बावजूद लोगों को सुलभ तरीके से आवागमन मुश्किल बना है। डाकबंगला से महमादा डंडा तक करीब चार किलोमीटर की हालत सबसे बदहाल है। सड़क पर बने गड्ढे लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। खासकर बरसात के दिनों में इस सड़क पर सफर करने से पहले लोगों की रूह कांप जाती है। 1980 में सड़क का हुआ था निर्माण लोगों की समस्या को दूर करने के लिए इस सड़क का निर्माण वर्ष 1980 में किया गया था। इस सड़क का निर्माण उस समय मुखिया रहे स्वर्गीय गंगा राय के प्रयास से तत्कालीन विधायक नंदलाल चौधरी ने विधायक योजना से करवाया था। सड़क तो बनी लेकिन उसके बाद उचित देखरेख के अभाव में सड़क बदहाल होती चली गई।
ग्रामीणों का मानें तो सड़क के जीर्णोद्धार के लिए कई बार आवेदन ग्राम अभियंत्रण संगठन को दिया गया। इसके बावजूद इस सड़क के निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं की जा सकी है। यह मामला विधानसभा में भी उठाया गया है। पूर्व बीस सूत्री प्रदेश उपाध्यक्ष प्रोफेसर गुलाम गौस ने भी आज से करीब ढाई ढाई वर्ष पूर्व जिला स्तरीय मीटिग में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया था।
इन गांवों की लाइफ लाइन है सड़क मेहसी सहित मोजहिदा, ढरगवां, परसौनी, महमादा फार्म, चौबे टोला, मुजफ्फरपुर स्थित महमादा, फुलवरिया आदि गांवों के लिए यह सड़क लाइफ लाइन है। यह सड़क फुलवरिया, साहेबगंज, सरैया होते हुए वैशाली गढ़ को सीधे जोड़ती है। इस रास्ते गढ़ की दूरी काफी कम हो जाती है। इस मार्ग को बुद्ध सर्किट से भी जोड़ा जा सकता है। गांव के लोगों में सुबोध कुमार सोनू, मो. फिरोज, राजकुमार यादव, सूरेंद्र पासवान, उपेंद्र कुमार, मो. शाहिद ने कहा कि इस सड़क के निर्माण को लेकर गंभीर प्रयास किया जाना चाहिए।
2009 में सड़क की हुई थी मरम्मत बताया गया कि आरईओ ने वर्ष 2009 में इस सड़क की मरम्मत कराई थी। यह सड़क बी ग्रेड में शामिल है। इधर सड़क जीर्णोद्धार के लिए नया प्राक्कलन भी बनाया गया। निर्माण की घोषणा भी की गई। लेकिन अभी तक इस सड़क के निर्माण की दिशा में कार्य नहीं किए गए हैं। एक बार फिर बरसात का मौसम आने वाला है। बरसात के दिनों में होने वाले कष्ट को दूर करने की दिशा में ठोस पहल की लोगों ने मांग की है।