खेल का शौक नहीं जुनून पालें खिलाड़ी : राकेश
मोतिहारी । वर्तमान समय में खेल सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है। यह आपके जीवन को एक बेहतर दिशा दे सकते
मोतिहारी । वर्तमान समय में खेल सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है। यह आपके जीवन को एक बेहतर दिशा दे सकते हैं। पुराने जमाने में एक कहावत थी कि पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब, लेकिन अब जमाना बदल चुका है खेल कूद आपको स्टार बनाकर आपकी किस्मत बुलंद कर सकता है। आपको खेल का शौक ही नहीं जुनून भी होना चाहिए। इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बहुत है, इसलिए जरा सी लापरवाही प्रतिभाशाली लोगों के लिए भी बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है। यदि आप राष्ट्रीय या राज्य स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं, तो कई नौकरियों में आपको कई छूट या वरीयता मिलने का प्रावधान है। उक्त बातें ब्रावो फार्मा के सीएमडी राकेश पांडेय ने शनिवार को मुंशी ¨सह महाविद्यालय के मैदान में खेले जा रहे मां अम्बे टेनिस बॉल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले के पुरस्कार वितरण से पूर्व खिलाड़ियों व आम लोगों को संबोधित करते हुए कही। इसके पूर्व फाइनल मुकाबला मोतीपुर व सीवान के बीच खेला गया। टॉस जीत कर सीवान की टीम ने मोतीपुर को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। मोतीपुर ने निर्धारित ओवर में सभी विकेट खोकर 134 रनों का स्कोर खड़ा किया। नीरज ने सर्वाधिक 42 व ¨टकू ने 12 गेंदों में विस्फोटक 37 रनों का योगदान दिया। वही सीवान के लिए सर्वाधिक चार विकेट सुधांशु ने झटके। जवाब में जीत के लिए उतरी सीवान की पूरी टीम 84 रनों पर सिमट 50 रनों से मुकाबला हार गई। ¨टकू ने सर्वाधिक तीन विकेट झटके और हरफनमौला प्रदर्शन के लिए उन्हें एमपीएस के निदेशक वसंत जायसवाल द्वारा मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। मैन ऑफ द सिरीज का पुरस्कार मोतीपुर के नीरज को मुखिया छबीला ¨सह द्वारा द्वारा गया। मैच में रोमांच पैदा करने के लिए अतिथियों ने प्रति छक्का पुरस्कार की घोषणा की जो 16 सौ से 12 हजार तक गई, वही प्रति विकेट का पुरस्कार एक हजार से 85 सौ तक गया। विजेता टीम मोतीपुर को मुख्य अतिथि राकेश पांडेय द्वारा ट्रॉफी व 51 हजार व उपविजेता सीवान को ट्रॉफी व 25 हजार नगद राशि देकर सम्मानित किया। मौके पर जिला मुखिया संघ अध्यक्ष मनोज ¨सह, मुखिया अर¨वद ¨सह, डॉ. अतिकुर्रहमान, मधुरेंद्र प्रताप ¨सह, प्रभाकर मिश्रा, मनोज पासवान, बापूधाम चंद्रहिया के मुखिया शत्रुधन कुमार दास, शशि श्रीवास्तव, शंभू ¨सह आदि मौजूद थे। टूर्नामेंट के सफल आयोजन में अध्यक्ष जय ¨सह, रवि ¨सह, उदय ¨सह, गुड्डू झा, किट्टू तिवारी, अभय तिवारी, विजय ¨सह, छवि ¨सह आदि का योगदान सराहनीय रहा।