यात्रियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराएं : डीआरएम
रक्सौल, छठ पर्व के अवसर पर विभिन्न स्टेशनों पर उमड़ रही यात्रियों की भीड़ को लेकर सीमावर्ती सीतामढ़ी-नरकटियागंज रेल खंड के विभिन्न स्टेशनों का शुक्रवार को डीआरएम आरके जैन ने निरीक्षण किया।
मोतिहारी। रक्सौल, छठ पर्व के अवसर पर विभिन्न स्टेशनों पर उमड़ रही यात्रियों की भीड़ को लेकर सीमावर्ती सीतामढ़ी-नरकटियागंज रेल खंड के विभिन्न स्टेशनों का शुक्रवार को डीआरएम आरके जैन ने निरीक्षण किया। इस क्रम में वे रक्सौल स्टेशन पहुंचे। जहां र¨नग रूम, बुंकिग काउंटर, रेलवे पार्सल घर आदि का जांच किया। इसके उपरांत डीआरएम श्री जैन ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि छठ पूजा को ले प्लेटफॉर्म व स्टेशन परिसर में यात्रायिों की भीड़ को नियंत्रित करें। यात्रियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराएं। साथ ही कागजात की रख-रखाव व सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने का निर्देश दिया। बता दें कि अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद रेल प्रशासन काफी सजग हो गया है। ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो इसके लिए समस्तीपुर मंडल के डीआरएम श्री जैन मंडल के उक्त रेलखंड का दौरा कर रेलवे लाइन व स्टेशन के आसपास की भौतिक स्थिति को देखा। इसके उपरांत उन्होंने रक्सौल-सुगौली रेल खंड पर हो रहे विद्युतीकरण कार्य के विषय में अधिकारियों से जानकारी ली। समय सीमा के अंदर कार्य को पूरा कराने का निर्देश दिया। बताया कि आगामी दिसंबर माह में उक्त रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन का परिचालन शुरू होने की संभावना है। इससे ट्रेनों की गति बढ़ जाएगी वहीं प्रदूषण पर भी नियंत्रण होगा। मौके पर सीनियर डीइएन-टू आरएन झा, एडीइएन नरकटियागंज मंटू कुमार, स्टेशन प्रबंधक अनिल कुमार ¨सह, आरपीएफ इंस्पेक्टर राजकुमार, आईओडब्ल्यू तपस राय आदि मौजूद थे। समस्याओं को ले डीआरएम को सौंपा ज्ञापन स्वच्छ रक्सौल संगठन के अध्यक्ष रंजीत ¨सह के नेतृत्व में यासीन अंसारी, यूनुस आलम, स्वामी आंनद ने डीआरएम श्री जैन को ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि अंतरराष्ट्रीय महत्व के रक्सौल स्टेशन के जर्जर संपर्क सड़क का शीघ्र निर्माण किया जाय। दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाली मुख्यपथ समपार फाटक 33ए और एयरपोर्ट ड्राईपोर्ट जाने वाली परेउवा फाटक पर प्रस्तावित ओवरब्रिज का निर्माण किया जाए। जिससे की जाम समस्या से निजात मिल सके। स्टेशन आने जाने वाले देशी-विदेशी पर्यटक ससमय स्टेशन पहुंच सके। बता दें कि फाटक प्रतिदिन 17 से 18 घन्टा बंद रहता है। जिसे डंकन अस्पताल, सुंदरपुर कुष्ठ आश्रम, स्टेशन और भारत-नेपाल आने जाने वाले लोग प्रतिदिन करीब एक से दो घंटे जाम में फंसे रहते है।