बच्चों के सर्वागीण विकास को घर पर समय दें अभिभावक : पंकज
शिक्षा का मतलब किताबी ज्ञान नहीं है। बच्चों के सर्वागीण विकास को लेकर अभिभावकों को घर में बच्चों को उचित समय देना होगा। साथ ही बच्चों को खुश होने के अवसर भी देने होंगे।
मोतिहारी । शिक्षा का मतलब किताबी ज्ञान नहीं है। बच्चों के सर्वागीण विकास को लेकर अभिभावकों को घर में बच्चों को उचित समय देना होगा। साथ ही बच्चों को खुश होने के अवसर भी देने होंगे। उक्त बातें नगर भवन के सभागार में बेलबनवा स्थित डायट स्मार्ट एकेडमी के वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए गुरुवार को विद्यालय के संस्थापक पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कही। वहीं निदेशक रीति श्रीवास्तव ने कहा कि नई तकनीक के पैटर्न पर बच्चों को डिजिटल शिक्षा उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार किया जा सकेगा। इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर डॉ. अतुल कुमार, डॉ. सुबोध, अनिल वर्मा, जेपी श्रीवास्तव, संस्थापक पंकज कुमार श्रीवास्तव, निदेशक रीति श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना व सरस्वती वंदना से हुई। प्रत्येक चरण में विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति छात्र-छात्राओं ने दी। फैशन शो, नाटक, नृत्य, वाद-विवाद, भाषण, रोल प्ले, एकल नृत्य व शैक्षणिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य गौतम गोविद ने विद्यालय के प्रबंधन व विकास पर अपने विचार रखे। वही विद्यालय प्रबंधक ने विद्यालय के बढ़ते कदम, मौजूद व्यवस्था, आधुनिक तकनीक से शिक्षा के प्रसार की जानकारी दी। प्रस्तुति देने वाले छात्र-छात्राओं में निशी, किशन, अवनी, अयानस, सौम्या, रिषभ, उपनाया, सान्वी, गौरीकृष्णा, अन्यया रंजन, लक्ष्य, आर्यन, वैशवी, लक्ष्मी, अरनव, सोनाक्षी, शैली सोना, मानवेंदर, देवप्रकाश, पल्लव, आरूषी, पुष्पवेंद्र, काव्या वर्मा, देशना, हर्षित, गौरी, नायरा, प्रजस, आमरूल, माजुल, शैली, प्रधुमन, सोनाक्षी, अरात्या, समर्थ वर्धन, आशिया अंजुम, गीतांजलि, आर्यन आदि ने प्रस्तुति दी। वही कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा।