पीएम किसान सम्मान निधि योजना में केवल 3.27 फीसद किसानों के आवेदन हुए अपलोड
लघु एवं सीमांत किसानों की आय में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है।
मोतिहारी। लघु एवं सीमांत किसानों की आय में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है। इस वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में ही किसानों को योजना के लाभ के तहत राशि मिलनी है। इसको लेकर सूबे के सभी जिलों में किसान आवेदन कर रहे हैं, लेकिन आठ लाख किसानों की संख्या वाले पूर्वी चंपारण जिले में 22 फरवरी तक मात्र 11 हजार 926 निबंधित किसानों का आवेदन अपलोड हो सका है। इसमें भी विभिन्न जांच अधिकारियों द्वारा 579 किसानों के आवेदन को अस्वीकृत किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ के लिए आवेदन करने वाले किसानों का प्रतिशत निबंधित किसानों की संख्या का मात्र 3.27 प्रतिशत है। इससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि विभाग किसानों को इस योजना का लाभ दिलाने में कितना सक्रिय है। वहीं जिले में लगभग आठ लाख किसानों को निबंधित कराने की जिम्मेदारी संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक, किसान सलाहकारों, एटीएम व बीटीएम को दी गई है। अब तक जिले में 21 फरवरी तक दो लाख 74 हजार 378 किसानों का निबंधन हो सका है, जो कुल किसानों की संख्या का लगभग 35 प्रतिशत है। सूबे में 19वें पायदान पर है पूर्वी चंपारण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ के लिए आवेदन करने वाले किसानों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। लेकिन पूर्वी चंपारण में आवेदन अपलोड होने की रफ्तार काफी धीमी है। 38 जिलों के राज्य में पूर्वी चंपारण का स्थान 19वें नंबर पर है। वही सारण जिला पहले स्थान पर बना हुआ है। पूर्वी चंपारण से आगे रहने वाले जिलों में सारण के अलावा मुजफ्फरपुर, गया, सिवान, समस्तीपुर, नवादा, मधुबनी, जमुई, गोपालगंज, दरभंगा, बांका, भागलपुर आदि है।
जिले में हैं 2.74 लाख निबंधित किसान जिले में किसानों की संख्या लगभग आठ लाख है। सरकार के निर्देश के बाद अब तक दो लाख 74 हजार 378 किसानों का ऑन लाइन निबंधन हो चुका है। लेकिन, अब तक पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत मात्र 11 हजार 926 किसानों का ही आवेदन अपलोड हो सका है। निबंधन के लिए किसानों को प्रेरित करने की जिम्मेदारी कृषि समन्वयक व किसान सलाहकारों को सौंपी गई है। बावजूद अब तक इस दिशा में तेजी नहीं दिख रही है। पीएम किसान स्कीम के फायदे इस स्कीम के तहत सरकार दो हेक्टेयर तक खेती करने वाले 12 करोड़ किसान परिवारों को छह हजार रुपये हर साल देगी। ये पैसे हर चार महीने पर दो हजार रुपये की किश्त में साल में तीन बार दिए जाएंगे। यह राशि किसान के खाते में सीधे भेजी जाएंगी। पहली किस्त की अवधि 12 दिसंबर, 2018 से 31 मार्च, 2019 है। यानी किसानों को इसका लाभ मौजूदा वित्तीय तिमाही से ही मिलने लगेगा। आज से होगी पीएम किसान सम्मान योजना की शुरुआत रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश से इस योजना का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही सूबे के सभी जिला मुख्यालयों व 534 प्रखंडों में इसका आयोजन किया जाएगा। लाभुक किसानों के साथ-साथ मुखिया व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इसमें आमंत्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री एक बटन दबाकर एक साथ पूरे देश में सवा करोड़ किसानों के खातों में सीधे राशि स्थानांतरित करेंगे। किसे मिलेगा इस स्कीम का लाभ
उन सभी किसान परिवारों को इस स्कीम का फायदा मिलेगा जिनके पास दो हेक्टेयर तक भूमि है। एक फरवरी 2019 तक जिन किसानों के नाम राज्य के लैंड रिकॉर्ड्स में दिखेंगे, उन्हें इस स्कीम का फायदा मिलेगा। सरकारी कर्मचारियों की बात करें तो मल्टी-टा¨स्कग स्टाफ ग्रुप डी के कर्मचारी इस स्कीम का फायदा ले सकेंगे।