डरने की जरूरत नहीं यहां कानून का राज है : आरसीपी सिंह
मोतिहारी। केसरिया में जदयू के वरीय नेता एवं राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू में बूथ स्तर तक संगठन बहुत मजबूत है।
मोतिहारी। केसरिया में जदयू के वरीय नेता एवं राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू में बूथ स्तर तक संगठन बहुत मजबूत है। बिहार के 72 हजार बूथों पर संगठन के लोग मौजूद हैं। इसे और मजबूत करने की आवश्यकता है। वे शुक्रवार को केसरिया हाई स्कूल के प्रांगण में आयोजित बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने सीएए पर चर्चा करते हुए कहा कि इस एक्ट से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय से किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। दूसरे देशों में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए यह बनाया गया है। इससे किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। हिदुस्तान में कोई सरकारी धर्म नहीं है। यहां सर्वसमाज और सर्वधर्म की सरकार है। वैसे भी बिहार में कानून का राज है, किसी को डरने की जरूरत नहीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब मैं दावे के साथ बोल सकता हूं कि बिहार के हर बूथ पर अध्यक्ष, सचिव और क्रियाशील सदस्य सक्रिय हैं। ऐसे प्रशिक्षण की आवश्यकता इसलिए है कि नीतीश सरकार द्वारा 44 विभागों के द्वारा संचालित 422 योजनाओं के बारे में लोगों को बेहतर जानकारी दी जा सके। इस अवसर पर जदयू नेता सह पूर्व विधायक महेश्वर सिंह ने कहा कि आप सभी कार्यकर्ताओं के बल पर यहां के विधायक चुने गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 करोड़ रुपये क्षेत्र में सड़क, गली नाली, पेयजल, सामुदायिक भवन आदि विकास कार्यो के लिए दिया था, लेकिन क्षेत्र का अपेक्षित विकास नहीं हो सका। अब आठ माह शेष है, इसके बाद जनता हिसाब पूछेगी। वहीं, जिलाध्यक्ष भुवन पटेल ने कहा कि केसरिया विधानसभा के सभी 264 बूथों पर सांगठनिक कार्य को पूर्ण कर लिया गया है। इस क्रम में जिला उपाध्यक्ष सुनील सिंह, पूर्व मंत्री श्यामबिहारी प्रसाद, पूर्व मंत्री वीरेंद्र कुशवाहा, कैप्टन हमीद, विनय कुशवाहा, भीष्म सहनी, राजकिशोर ठाकुर तथा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष डॉ. कुमकुम सिन्हा ने भी संगठन की मजबूती को लेकर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन जदयू नेता वसील अहमद खान ने किया। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष सुजीत सिंह चुन्नू, मुक्ति सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।