धनौती नदी को अतिक्रमण मुक्त कराने को शुरू हुई पैमाइश
मोतिहारी । धनौती नदी के मिट रहे आस्तित्व को बचाने की दिशा में प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई प्रारंभ कर
मोतिहारी । धनौती नदी के मिट रहे आस्तित्व को बचाने की दिशा में प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू ने नदी को बचाने व अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई को लेकर सख्त कदम उठाया है। अतिक्रमण के कारण रघुनाथपुर में लोगों ने अवैध तरीके से नदी के अंदर तक मकान बना लिया है। इस कारण नदी के अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो गया है। लोगों ने जब शिकायत दर्ज कराई तो प्रशासनिक स्तर पर इस दिशा में कार्रवाई प्रारंभ की गई है। एसडीओ ने तुरकौलिया व मोतिहारी सदर के सीओ को सबसे पहले धनौती नदी की भूमि की पैमाइश कराने का आदेश दिया है। इसके आलोक में नदी की पैमाइश प्रारंभ कर दी गई है। बताया गया कि पैमाइश के बाद नदी की भूमि को चिन्हित कर पिलर लगाया जाएगा। साथ ही अतिक्रमण करने वालों को खाली करने का आदेश दिया जाएगा। ऐसा नहीं करने की स्थिति में उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दस मीटर से भी कम नदी की बची है चौड़ाई रघुनाथपुर पुल के समीप धनौती नदी का सबसे अधिक अतिक्रमण किया गया है। नदी की भूमि को अतिक्रमण करने के कारण यहां इसकी चौड़ाई महज दस फीट के आसपास रह गई है। यह नदी के लिए तो नुकासनदायक होगा ही साथ में आसपास के मोहल्लों के लिए भी आने वाले समय में मुश्किल पैदा करेगा। बता दें कि यह नदी बरसात के दिनों में इसमें पानी का बहाव तेज हो जाता है। साथ में इसका रूप भी विकराल हो जाता है। पानी की निकासी को रोकने की स्थिति में यहां बनाए गए घरों को नुकसान तो होगा ही साथ में आसपास के मोहल्लों में लोगों को नदी के कहर को झेलना पड़ सकता है।
पूर्व में प्रशासनिक स्तर पर हुई है कार्रवाई धनौती नदी के अतिक्रमण को लेकर पूर्व में भी प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई हुई है। कई लोगों पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। इसके बावजूद अतिक्रमण को रोक पाने में प्रशासनिक स्तर पर कोई सफलता नहीं मिली। निर्माण कार्य धड़ल्ले से चलता रहा और प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इधर एक बार फिर धनौती नदी की भूमि की पैमाइश प्रारंभ होने से लोगों को उम्मीद जगी है कि प्रशासनिक स्तर पर नदी को बचाने की दिशा में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
धनौती नदी के अतिक्रमण को मुक्त कराने की दिशा में कार्रवाई प्रारंभ की गई है। नदी की भूमि की पैमाइश कराने का आदेश दिया गया है। इसके बाद अतिक्रमण करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। प्रियरंजन राजू, सदर एसडीओ।