मकर संक्रांति आज, बाजार में रही चहल-पहल
मोतिहारी। इस वर्ष मकर संक्राति का त्योहार 14 की बजाए 15 जनवरी को मनाया जाएगा। दरअसल मकर राशि में सूर
मोतिहारी। इस वर्ष मकर संक्राति का त्योहार 14 की बजाए 15 जनवरी को मनाया जाएगा। दरअसल मकर राशि में सूर्य का प्रवेश 14 तारीख की रात में हो रहा है। हमारे शास्त्रों में त्योहारों की तिथि सूर्योदय से मानी जाती है। इसलिए मकर संक्राति का पर्व 15 तारीख को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य का उदय मकर राशि में होगा। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित सत्यदेव मिश्र ने बताया कि मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। इस ²ष्टि से भी इस पर्व का खास महत्व है। एक अन्य मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के दिन ही भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर असुरों का संहार कर उनके सिरों को काटकर मंदराचल पर्वत पर भूमिगत कर दिया था। उस समय से ही भगवान विष्णु के इस विजय को मकर संक्रांति के पर्व के रूप में मनाया जाता है। स्नान-दान का शुभ मुहूर्त
इस बार मकर संक्रांति पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। 14 जनवरी 2019 की रात को 8:08 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जो मंगलवार को 15 जनवरी दोपहर 12 बजे तक तक इसमें रहेंगे। इस कारण दोपहर 12 बजे से पूर्व ही स्नान-दान का शुभ मुहूर्त है। मकर संक्रांति पर स्नान और दान का विशेष योग मंगलवार को बन रहा है। सूर्य मंत्र के जाप से मिलेगा मनचाहा फल
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश पर उसकी किरणों से अमृत की बरसात होने लगती है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण होते हैं। इसलिए मकर संक्रांति पर सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है। ऐसे में अगर भाषा व उच्चारण शुद्ध हो तो आदित्य हृदय स्रोत का पाठ अवश्य करें क्योंकि यह एक बहुत ही फलदायक होता है। कहते हैं अगर मकर संक्रांति पर विशेष 5 सूर्य मंत्र का जाप किया जाए तो लाभ ही लाभ होता है। इन पांच मंत्रों का करें जाप
ॐ घृ¨ण सूर्य्य: आदित्य:। ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्त्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा। ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:। ॐ ह्रीं घृणि: सूर्य आदित्य: क्लीं ॐ। ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:।