कटहां पंचायत को स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था में सुधार की अभिलाषा
मेहसी प्रखंड क्षेत्र की कटहां पंचायत विकास के मामले में अग्रसर रहने के बाद भी स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा है। यहां के अधिकांश परिवार आर्थिक रूप से कमजोर व मजदूरी पर निर्भर है।
मोतिहारी । मेहसी प्रखंड क्षेत्र की कटहां पंचायत विकास के मामले में अग्रसर रहने के बाद भी स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा है। यहां के अधिकांश परिवार आर्थिक रूप से कमजोर व मजदूरी पर निर्भर है। पिछले वर्ष इस पंचायत को बूढ़ी गंडक नदी के कटहां घाट पर आरसीसी पुल व राजमार्ग की सौगात तो मिली, लेकिन अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के रूप पंचायतवासियों के बहुप्रतीक्षित मांग को आज तक पूरा नहीं हुई। बलुआ बाजार स्थित पंचायत मुख्यालय में लगी चौपाल में यह बात सामने आई। चौपाल में ग्रामीण बालदेव राम, सुरेश चौधरी, रामवीर प्रसाद चौरसिया, पारस राय, विशुन देव राय, रामदेव राय, नरेश यादव, योगेंद्र साह, सुनीता देवी, जीरा देवी, शारदा देवी, चंपा देवी, हीरा देवी, प्रेमशीला देवी, फूलमती देवी, सेमरिया देवी आदि ने बताया कि पंचायत मुख्यालय से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहसी की दूरी करीब आठ किलोमीटर है। मरीजों को वहां तक पहुंचने में काफी कठिनाई होती है। सर्वाधिक प्रताड़ना महिलाओं को झेलनी पड़ती है। कभी कभी तो ऐसा होता ही कि बीमार निर्धारित दूरी तय करने के दौरान ही इलाज के अभाव में दम तोड़ देता है। समस्या के समाधान को लेकर बलुआ बाजार पर स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थापना की थी, जो वर्षो से मृतप्राय है। यहां पदस्थापित स्वास्थ्यकर्मियों के दीदार हुए कई वर्ष हो गये। भवन देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुके है। पुल के निर्माण हो जाने व प्रस्तावित राजमार्ग के इस क्षेत्र से गुजरने के बाद इसका महत्व और बढ़ जाता है। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के स्थापना से पंचायत ही नही सीमावर्ती पंचायतों के साथ साथ तेतरिया प्रखंड के कई गांवों को भी इसका लाभ मिलेगा। अगर स्वास्थ्य उपकेंद्र को अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में परिवर्तित कर आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा दिया जाए तो इसका स्थाई हल निकल सकता है। मुखिया रमाकांत चौरसिया पर विश्वास व्यक्त करते हुए ग्रामीणों का कहना था कि वर्ष 2016 में पहली बार मुखिया बनने के बाद उन्होंने पंचायत के विकास को लेकर हर वह प्रयास किया जो होनी चाहिए। इनके कार्यकाल में पंचायत में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहे है। प्रतिदिन दरबार लगाकर जनहित से जुड़े समस्याओं का निपटारा करते है। लेकिन दलित व महादलित बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण शिक्षा व स्वास्थ्य को लेकर जोरदार पहल की जरूरत है। पंचायत में उच्च शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा का घोर अभाव है। छात्र छात्राओं को करीब 08 किलोमीटर की दूरी तय कर उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए मेहसी जाना पड़ता है। मध्यविद्यालय बलुआ को उच्च विद्यालय में उत्क्रमित तो कर दिया गया है। लेकिन आवश्यक संसाधन आज तक उपलब्ध नही कराए गए है। ग्रामीणों ने मांझी टोला नन्हकार होते हुए चिंतामनपुर के तरफ से बलुआ बाजार तक करीब तीन किलोमीटर सड़क के कालीकरण या आरसीसी ढलाई की मांग भी की। पंचायत एक नजर में - कुल आबादी - 15 हजार
- कुल परिवार - 4000
- मतदाता - 6800
- प्राथमिक विद्यालय - 05
- मध्य विद्यालय - 02
- उच्च विद्यालय - 01
- स्वास्थ्य उपकेंद्र - मृतप्राय
- आंगनबाड़ी केंद्र - 14
- बीपीएल - 3200
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पंचायत में विकास योजनाओं से हुए काम
- ईंट सोलिग - पांच हजार फीट
- पीसीसी निर्माण - सात हजार फीट
- मिट्टी भराई - दस हजार फीट
- पीएम आवास निर्माण - 338
- वृद्धापेंशन लाभुकों की संख्या-एक हजार
- पौधारोपण - दो हजार दो सौ
- पशुसेड निर्माण - 32 अदद
- शौचालय - ओडीएफ
- प्रधानमंत्री सामान्य निधि योजना - 700
पंचायत की जनता ने वोट देकर जो जिम्मेवारी दी है वे उसपर खरा उतरने की कोशिश कर रहे हैं। समस्याओं के निदान को लेकर वे तत्पर है। पंचायत का विकास उनकी पहली प्राथमिकता है। तीन वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने पंचायत को विकसित पंचायत के श्रेणी में ला खड़ा किया है। शिक्षा व स्वास्थ्य समस्याओं के निदान को लेकर उनकी लड़ाई जारी है।
रामाकांत चौरसिया, मुखिया, ग्राम पंचायत राज कटहां जनता की मांग जायज है। पुल निर्माण हो जाने व इस पंचायत के आने वाले समय मे राज मार्ग से जुड़ने के बाद पंचायत का महत्व और बढ़ जाता है। वे दोनों मांगो को लेकर निजी स्तर पर प्रयास करेंगे। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना व उच्च शिक्षा की व्यवस्था उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
श्यामबाबू यादव
विधायक, पिपरा विधानसभा