कानपुर रेल हादसे का आरोपी आइएसआइ एजेंट राकेश यादव गिरफ्तार
कानपुर रेल हादसे का आरोपी और आइएसआइ एजेंट राकेश यादव को एनआइए ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर सीमांचल में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन रेलवे स्टेशन पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) लगाने व कानपुर रेल हादसे में फरार चल रहे राकेश यादव एनआइए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) के हत्थे चढ़ ही गया। उसपर नेपाल के कलेया निवासी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के सरगना ब्रजकिशोर गिरि के साथ मिलकर भारत में आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहने का आरोप है।
राकेश यादव पूर्वी चंपारण के आदापुर थाने के बखरी निवासी शिवनाथ राय का पुत्र है। वह नेपाल निवासी आइएसआइ के सरगना ब्रजकिशोर गिरि के इशारे पर गिरोह बना पूर्वी चंपारण में ट्रेन व रेल ट्रैक उड़ाने की कोशिश में था। बीच में गिरोह के दो सदस्यों अरुण व दीपक राम की नेपाल में हत्या हो गई। इस मामले में अरुण के भाई ने पांच लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया, तो खुलासा हुआ कि घोड़ासहन में आइईडी व कानपुर रेल हादसे में आइएसआइ की भूमिका थी। घटना को दुबई में बैठे नेपाली नागरिक शम्सुल होदा के इशारे पर ब्रजकिशोर गिरि के साथ मिलकर अंजाम दिया गया था।
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राकेश भारत में आइएसआइ के लिए गिरोह तैयार करने में मदद करता था। उस पर भारतीय रेलवे को निशाना बनाने का आरोप है। उसके तीन साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं, जबकि एक गजेन्द्र शर्मा ने सोमवार को रक्सौल एसडीजेएम के न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। बताया गया कि राकेश को एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
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