जयंती पर याद किए गए जयप्रकाश नारायण
चकिया में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 117वीं जयंती चकिया जेपी सम्मान योजना सेनानी संघ द्वारा तोलाराम मोहन लाल सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में आयोजित हुई।
मोतिहारी । चकिया में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 117वीं जयंती चकिया जेपी सम्मान योजना सेनानी संघ द्वारा तोलाराम मोहन लाल सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में आयोजित हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेपी सेनानी राजेंद्र सिंह ने की। चेतना का गान के उपरांत द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अपने संबोधन में भाजपा के वरिष्ठ नेता सह जेपी सेनानी मथुरा प्रसाद ने कहा कि चकिया के गांधी मैदान में भी जयप्रकाश नारायण ने इंदिरा गांधी के तानाशाही शासन के खिलाफ में विशाल सभा को संबोधित किया था। चकिया के लोग भी आंदोलन की अग्रणी भूमिका में रहे थे। जेपी सेनानी विजय जायसवाल ने कहा कि जेपी सम्मान योजना के तहत गैर कांग्रेसी सरकार द्वारा जो पेंशन मिल रहा है, यह सम्मान भारत की आजादी में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी से कम नहीं है। राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य काशीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि पाकिस्तान का बंटवारा कर उसकी आकृति को छोटा करने वाली आयरन लेडी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तानाशाही एवं अराजकता के विरोध में जेपी ने आंदोलन कर लड़ाई लड़ी, जिससे सत्ता परिवर्तन हुआ। इससे उनको लोकनायक की उपाधि दी गई। भाजपा नगर अध्यक्ष श्याम सुंदर तोदी एवं संघ के पूर्व संघचालक प्रांत सह गो सेवा प्रमुख दयाशंकर बजाज ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री वीरेंद्र कुशवाहा एवं धन्यवाद ज्ञापन सरस्वती शिशु मंदिर के उपाध्यक्ष बलराम सिंह ने किया। इस अवसर पर जदयू नेता प्रभुनारायण सिंह, प्रो राजकिशोर सिंह, कृष्णा कुमार बूलियन, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष कृष्णनंदन कुशवाहा, संजय मोदी, भाजपा महामंत्री सुधीर मिश्रा, विपिन कुशवाहा, नगर मंत्री श्वेता कुमारी, मधु कुमारी, गणेश प्रसाद, नीरज यादव, रवि प्रकाश, माला सिंह, सोनी कुमारी, खुशबू कुमारी आदि उपस्थित थीं।