Move to Jagran APP

ससुराल आया था युवक, पत्नी ने करा दी हत्या

अब से करीब डेढ़ महीने पहले रघुनाथपुर ओपी क्षेत्र के हरदिया गांव स्थित अपने ससुराल आए एक युवक की हत्याकांड का पर्दाफाश गुरुवार को हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 May 2019 11:17 PM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 06:34 AM (IST)
ससुराल आया था युवक, पत्नी ने करा दी हत्या
ससुराल आया था युवक, पत्नी ने करा दी हत्या

मोतिहारी। अब से करीब डेढ़ महीने पहले रघुनाथपुर ओपी क्षेत्र के हरदिया गांव स्थित अपने ससुराल आए एक युवक की हत्याकांड का पर्दाफाश गुरुवार को हो गया। पुलिस ने मामले में युवक की पत्नी, साला व ससुर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए जाने वालों में बिदु देवी, किशुन भगत व अखिलेश कुमार शामिल हैं। तीनों ने अपराध स्वीकार लिया है। बताया गया है कि 6 अप्रैल 2019 को दरमाहा निवासी महेश भगत अपने ससुराल हरदिया निवासी किशुन भगत के यहां आया था। तीन दिनों तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसके भाई ने खोजबीन शुरू की। उसके ससुराल आया तो उसके साथ मारपीट की गई।

loksabha election banner

इस बीच केसरिया थाना के दरमाहा निवासी ललन भगत ने छोटे भाई महेश भगत की गला काट कर हत्या कर शव को जला देने की प्राथमिकी रघुनाथपुर ओपी में दर्ज कराई। मामले में महेश की पत्नी बिन्दु देवी, ससुर किशुन भगत, साला अखिलेश कुमार, मिथिलेश कुमार, धनेसर भगत व तुरकौलिया थाना के बभनौलिया निवासी प्रमोद भगत को नामजद किया। 2012 में हुई थी शादी, ब्याह के कुछ दिनों बाद ही पत्नी से खराब हो गया संबंध महेश के भाई ने पुलिस को बताया कि उसके की शादी वर्ष 2012 में तुरकौलिया थाना के हरदिया निवासी किशुन भगत की पुत्री बिन्दु देवी के साथ हुई थी। शादी के बाद महेश पत्नी के साथ जालंधर काम करने चला गया। वहां कुछ दिन रहने के बाद विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि हार थक कर एक वर्ष पूर्व महेश पत्नी सहित घर लौटा। पत्नी को छोड़कर पुन: जालंधर चला गया। ससुराल के लोगों ने महेश भगत को सूचना दी कि उसके साला कि शादी है घर चले आइए। शादी में शरीक होने के लिए वह 4 अप्रैल को घर आया। 6 अप्रैल को पत्नी के साथ हरदिया ससुराल चला गया। बोलेरो खरीदने के लिए जमा पैसे पर थी ससुराल के लोगों की नजर

ललन भगत ने पुलिस को बताया है कि भाई महेश ने अपने भगीना से बोलेरो खरीदने की बात कही थी। उसके पास पैसे थे। भगीना को बताया था कि कुछ पैसे कम पड़ रहे हैं। महेश ने करीब चार लाख रुपये अपनी पत्नी को दिए थे। कहा था- इस पैसे से बोलेरो खरीदना है। इस बीच उसके भगीना ने लगातार मोबाइल पर फोन किया तो उसका मोबाइल बंद मिला। 12 अप्रैल को वह 20 हजार रुपये हरदिया पहुंचा। वहां मामा नहीं मिले। मामी बिंदु देवी को रुपये देकर लौट आया। लगातार महेश से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन, कुछ भी पता न चला। महेश के ससुराल के लोगों से जब उसके बारे में पूछताछ की गई तो वो मारपीट पर उतारू हो गए। पैसा हड़पने के लिए सभी ने मिलकर मेरे भाई की हत्या कर दी। छह साल की अनुष्का ने खोला राज केसरिया संस. : महेश भगत हत्याकांड की पूरी कहानी उसकी छह साल की मासूम पुत्री अनुष्का ने अपनी दादी कौशल्या कुंवर को बता दिया। उसने अपने पुत्र के बारे में पूछा तो बच्ची ने बताया कि पापा को बांध कर रखा गया था। उसके बाद नाना और मामा और अन्य के साथ मिलकर चाकू से हत्या कर शव को गाड़ी में लाद कर कहीं ले गए। -


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.