स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, उठे सवाल
जिला परिषद के सभागार में मंगलवार को जिला ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं जिला परिषदीय स्वास्थ्य समिति की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर संबंधित अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई।
मोतिहारी । जिला परिषद के सभागार में मंगलवार को जिला ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं जिला परिषदीय स्वास्थ्य समिति की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर संबंधित अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने सबसे पहले विलंब से हो रही बैठक के लिए सीएस व डीपीएम को जिम्मेदार बताते हुए इसे बेहद गंभीर मामला बताया। कहा- इसकी जानकारी सरकार को दी जाएगी। इसकी बैठक प्रत्येक तीन महीने पर होनी चाहिए। बैठक की तिथि निर्धारण हेतु संचिका संबंधित अध्यक्ष को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सीएस एवं डीपीएम की होगी। पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णयों का अनुपालन नहीं होने पर भी चिता व्यक्त की गई। वहीं, जननी बाल सुरक्षा योजना एवं आशा कार्यकर्ताओं के लंबित भुगतान पर चिता व्यक्त करते हुए इसे 24 घंटे के अंदर भुगतान को कहा गया। कहा गया कि जिले में ऐसे 25 हजार भुगतान के मामले में लंबित हैं। अब तक गलत जानकारी देकर हमेशा गुमराह करने की कोशिश होती रही है। इस क्रम में बदहाल एंबुलेंस सेवा की चर्चा भी हुई। यह भी कहा गया कि इसमें कई तरह की गड़बड़ी हुई है। इसके लिए डीपीएम को जिम्मेदार बताया गया। डीपीएम के बैठक में नहीं आने के मुद्दे पर भी सदस्यों ने सवाल किए। गड़बड़ी के मुद्दे पर जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का भी गठन किया गया। जिले में पीएचसी, एपीएचसी, एचएससी एवं एचडब्ल्यूसी की बदहाली भी चर्चा का विषय रहा। रैंकिग में प्रदेश स्तर पर 37वें नंबर पर इस जिले की स्थिति को लेकर भी चिता व्यक्त की गई। आउटसोर्सिग से जुड़ी सेवाओं पर भी सवाल उठे। जिला ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की अध्यक्ष कविता सिंह ने कहा कि आखिर किन परिस्थितियों में संबंधित एजेंसी को कई वर्षो से एक्स्टेंशन दिया जा रहा है। जबकि जिले में आउटसोर्सिग की बेहद खराब स्थिति है। टीम इस बात की भी जांच करेगी कि किसके आदेश से इन एजेंसियों को एक्स्टेंशन दिया गया है। मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष कमलेश्वर सिंह, पूर्व विधायक पवन जायसवाल, सदस्य प्रभात जायसवाल, गीता गुप्ता, मो. जहांगीर, मोख्तार प्रसाद गुप्ता, पप्पू मिश्र, सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. मनोज कुमार, प्रबंधक विजयचंद्र झा, डीएचएस के विनय कुमार सिंह, भारतभूषण सहित पीएचसी प्रभारी उपस्थित थे।