जिले के छह प्रखंडों में बाढ़ आश्रय स्थल बनेगा
बाढ़ के दौरान जान-माल की क्षति नहीं होगी। इसके लिए सरकार ने विशेष इंतजाम कराने की दिशा में काम शुरू किया है।
मोतिहारी । बाढ़ के दौरान जान-माल की क्षति नहीं होगी। इसके लिए सरकार ने विशेष इंतजाम कराने की दिशा में काम शुरू किया है। सरकार की नई योजना के अनुसार बाढ़ आश्रय स्थल का निर्माण किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत आपदा प्रबंधन विभाग ने पहल शुरू कर दी है। योजना के प्रथम चरण में यहां के छह प्रखंडों की 10 पंचायतों को चयनित किया गया है। सभी चयनित स्थानों पर 130 फीट लंबा और 30 फीट चौड़े आश्रय स्थल का निर्माण होगा। सभी स्थानों पर बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
सरकारी निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी रमण कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उपरोक्त निर्देश के आलोक में आपदा प्रबंधन विभाग ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर इस दिशा में जल्द पहल करने को कहा है। भूमि चयन व पैमाइश की प्रक्रिया शुरू नई व्यवस्था के तहत स्थानीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। विभागीय निर्देश के आलोक में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने संबंधित भूमि की पैमाइश कराने के लिए संबंधित प्रखंडों को पत्र भेजा है। कार्यपालक अभियंता ने मोतिहारी, सुगौली, बंजरिया, चिरैया, ढाका और पताही अंचल के सीओ को भेजे पत्र में कहा है कि भूमि पैमाइश की रिपोर्ट अविलंब दें, ताकि आगे का काम किया जा सके। ताकि, इस दिशा में जल्द से जल्द कार्य को शुरू किया जा सके।
यहां होना है बाढ़ आश्रय स्थल का निर्माण - मोतिहारी सदर - झिटकहियां, बरदाहां और मधुबनी घाट - सुगौली अंचल -दक्षिण मन¨सघा और करमवा पंचायत - बंजरिया अंचल- पंचरूखा पूर्वी और रोहनिया पंचायत - चिरैया अंचल- सरसवा - ढाका अंचल - गुआबारी - पताही अंचल - देवापुर
सदर अंचल में झिटकहियां, बरदाहां और मधुबनी घाट में आश्रय स्थल का निर्माण होना है। तीनों जगहों पर भूमि की पैमाइश कर ली गई है। इसकी रिपोर्ट भवन निर्माण विभाग को भेजी जा रही है। चौधरी बसंत ¨सह
सीओ मोतिहारी सदर।