ढाई माह बाद भी नहीं मिली राहत राशि
मोतिहारी। पताही प्रखंड की आधा दर्जन पंचायतों में बाढ़ के ढाई महीने बाद भी सरकारी स्तर पर लोगों को दी जानेवाली सहायता राशि का वितरण नहीं हो पाया है। सरकारी स्तर पर घोषित सहायता राशि नहीं मिलने से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में अंचल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और आमरण अनशन पर बैठ गए।
मोतिहारी। पताही प्रखंड की आधा दर्जन पंचायतों में बाढ़ के ढाई महीने बाद भी सरकारी स्तर पर लोगों को दी जानेवाली सहायता राशि का वितरण नहीं हो पाया है। सरकारी स्तर पर घोषित सहायता राशि नहीं मिलने से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में अंचल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और आमरण अनशन पर बैठ गए। अनशन की जानकारी सरपंच संघ के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा उर्फ मुन्ना जी ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय को एक सप्ताह पूर्व दी थी। कहा था कि यदि समय रहते लोगों की समस्याओं का हल नहीं निकला तो आंदोलन होगा। सरपंच संघ के अध्यक्ष श्री शर्मा ने बताया कि अंचल कार्यालय की लापरवाही से अबतक पताही प्रखंड के हजारों बाढ़ पीड़ित परिवार सहायता राशि से वंचित हो गए हैं। जबकि दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ, में लोग इस उम्मीद में थे कि उन्हें पैसे मिल जाएंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका। बावजूद इसके कि बाढ़ पीड़ितों की सूची सभी पंचायतों से अनुश्रवण समिति से पारित करा कर दो माह पूर्व अंचल कार्यालय को उपलब्ध करा दिया गया था। बता दें कि पताही प्रखंड क्षेत्र के 15 पंचायतों में 13 अगस्त 2017 को आई प्रलयंकारी बाढ़ से कई घर ध्वस्त हुए थे। व्यापक पैमाने पर फसल क्षति हुई थी। इस बीच अंचल कार्यालय द्वारा कुछ बाढ़ पीड़ितों के खाते में पैसा भेज दिया गया। वहीं कई बाढ़ पीड़ितों को अभी भी सहायता राशि नहीं मिली है। आंदोलन करनेवालों में बखरी पंचायत की सरपंच उर्मिला देवी, विश्वनाथ साह, उपेन्द्र पासवान ,मलाही राम, बिनोद राम ,सियादेव पासवान ,विजय राम ,महेश साह, गजिन्दर राय , उमेश साहनी, शैलेंद्र कुमार, रामइकबाल राय, रेहाना खातून ,रवीना खातून ,शहजादी बेगम, रुकसाना खातून, मोहम्मद जुनैद मोहम्मद सिराज आदि शामिल हैं। समाचार प्रेषण तक आंदोलनकारियों से प्रशासनिक स्तर पर वार्ता चल रही थी।
बोले सीओ
इस संबंध में अंचल अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि अनुश्रवण समिति से 15 पंचायतों ने तकरीबन 40 हजार बाढ़ पीड़ितों की सूची अंचल कार्यालय को सौंपी थी, जिसमें से 39 हजार बाढ़ पीड़ितों के खाते में बाढ़ सहायता राशि भेज दी गई। अब तक बैंकों से सूचना मिल रही है कि कुछ जनधन खाते जो बंद हो गए हैं या किसी कारणवश उनके खाते में पैसा नहीं है। जिसकी जानकारी बैंक से मांगी गई है पर और तक बैंक द्वारा जानकारी उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। जानकारी प्राप्त होते ही सभी बाढ़ पीड़ितों के खाते में राशि भेजी जाएगी।