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मोतिहारी में किसानों पर आफत, बांध टूटने से डूब गई गेहूं की फसल

पूर्वी चंपारण में बांध टूटने से किसानों पर आफत आ गई है। मामला कोटवा प्रखंड का है। 40 एकड़ में लगी गेहूं की फसल डूब गई है।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 03:38 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 03:38 PM (IST)
मोतिहारी में किसानों पर आफत, बांध टूटने से डूब गई गेहूं की फसल
मोतिहारी में किसानों पर आफत, बांध टूटने से डूब गई गेहूं की फसल

पटना/ पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। पूर्वी चंपारण में बांध टूटने से किसानों पर आफत आ गई है। मामला कोटवा प्रखंड का है। 40 एकड़ में लगी गेहूं की फसल डूब गई है। इससे वहां के किसान परेशान हो गए है। मेन कैनाल को बंद नहीं किये जाने से कई घरों में भी पानी घुसने की बात सामने आयी है। 

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मिल रही जानकारी के अनुसार जिले कोटवा प्रखंड के पोखरा गांव के वार्ड नंबर 9 के समीप दीपउ के पास केसरिया नहर का बांध टूट गया है। इससे पानी का बहव खेत की ओर हो गया है। बांध टूटने की वजह से करीब 40 एकड़ गेहूं की फसल जलमग्न हो गया है। इससे किसानों को भारी क्षति हुई है। 

उक्त नहर का बांध तिरहुत मेन कैनाल से निकला है। बांध टूटने के कारण फसल जलमग्न होने के बावजूद इसके मेन कैनाल को बंद नहीं कराया गया है। इस दिशा में अभी तक जल संसाधन विभाग का कोई कर्मी यहां नहीं पहुंचा है। इससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। 

हालांकि बांध टूटने की जानकारी मिलते ही मौके पर अंचलाधिकारी संजय कुमार रजनीश व सीआई विपिन बिहारी शुक्ल पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित लोगों को समझाया। लोग मानने को तैयार नहीं थे। ग्रामीणों को अंचलाधिकारी ने फसल क्षतिपूर्ति का आश्वासन दिया है। तब जाकर किसानों का गुस्सा कम हुआ। लेकिन, मेन कैनाल को बंद नहीं कराने के कारण पानी लगातार बढ़ते जाने से कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है। इस कारण गेहूं के अलावा आलू, सरसों, मक्का सहित कई अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।


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