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बाजार में भारी कीमत से मोटे अनाज की खेती में बढ़ रही रूचि

मोतिहारी। बाजार में मोटा अनाज (मक्का बाजरा ज्वार) की बढ़ती मांग ने इनकी कीमत भी बढ़ा दी

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 12:43 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 12:43 AM (IST)
बाजार में भारी कीमत से मोटे अनाज की खेती में बढ़ रही रूचि
बाजार में भारी कीमत से मोटे अनाज की खेती में बढ़ रही रूचि

मोतिहारी। बाजार में मोटा अनाज (मक्का, बाजरा, ज्वार) की बढ़ती मांग ने इनकी कीमत भी बढ़ा दी है। पिछले कुछ सालों में करीब दोगुने का अंतर आया है। सरकार भी अब मोटे अनाज में किसानों का भविष्य तलाश रही है। मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को लुभाने के प्रयास शुरू हो चुके हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत कई जगहों पर किसानों को उन्नत बीज के साथ तकनीक भी उपलब्ध कराई जा रही है। कृषि विशेषज्ञ राजीव वर्मा बताते हैं कि गेहूं, धान की अपेक्षा मोटे अनाज की खेती में कम लागत आती है। खरीफ की इन फसलों के लिए वर्षा जल पर्याप्त रहता है। लेकिन किसान इन फसलों के प्रति इतने जागरुक नहीं हैं। यही कारण है कि उनकी प्राथमिकता में मोटे अनाज शामिल नही होते हैं। जबकि अगर मोटे अनाज की खेती की जाए तो कम लागत में काफी मुनाफा कमाया जा सकता है। पूर्वी चंपारण की जलवायु व यहां की मिट्टी दोनों ही मोटे अनाजों के पैदावार के लिए मुफीद हैं।

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मांग बढऩे के पीछे यह है कारण

कृषि विज्ञान केंद्र पिपराकोठी से जुड़ी डॉ नीलम बताती हैं कि मोटे अनाज की मांग बढऩे के पीछे इसके पोषक तत्व हैं, जो अन्य अनाजों की अपेक्षा ज्यादा होते हैं। फसल अवशेष पशुओं के लिए पौष्टिक होते हैं, जो दूध की क्षमता बढ़ाते हैं। रसायनिक उर्वरक की जरूरत कम पड़ती है। मोटा अनाज किसानों की आय भी बढ़ाता है। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा खासकर महिलाओं को मरुवा, बाजरा, मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। रागी का लड्डू सहित अन्य स्वास्थ्यवर्धक चीजें बनाने का प्रशिक्षण देने के साथ ही उन्हें स्व रोजगार के लिए प्रेरित किया जाता है।

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सेहत के लिए सोना हैं मोटे अनाज

ज्वार, बाजरा और रागी जैसे मोटे अनाज में पौष्टिकता की भरमार होती है। रागी भारतीय मूल का उच्च पोषण वाला मोटा अनाज है। इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। प्रति 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। प्रसिद्ध चिकित्सक प्रदीप कुमार बताते हैं कि रागी डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। उसी तरह से बाजरा में प्रोटीन की प्रचूर मात्रा होती है। प्रति 100 ग्राम बाजरे में 11.6 ग्राम प्रोटीन, 67.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 8 मिलीग्राम लौह तत्व और 132 मिलीग्राम कैरोटीन होता है। कैरोटीन हमारी आंखों को सुरक्षा प्रदान करता है।


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