ई-कॉमर्स व्यवसाय से देश के व्यापारियों को नुकसान
मोतिहारी। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कांफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से फ्लिपकार्ट व अमेजन द्वारा ई-कॉमर्स एवं रिटेल बाजार को विकृत करने के खिलाफ चलाए जा रहे देशव्यापी अभियान के तहत रविवार को चैंबर ऑफ मोतिहारी ने आक्रोश बैठक की।
मोतिहारी। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कांफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से फ्लिपकार्ट व अमेजन द्वारा ई-कॉमर्स एवं रिटेल बाजार को विकृत करने के खिलाफ चलाए जा रहे देशव्यापी अभियान के तहत रविवार को चैंबर ऑफ मोतिहारी ने आक्रोश बैठक की। इसमें पदाधिकारियों ने इस ज्वलंत मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों की चुप्पी पर आक्रोश व्यक्त किया। चैंबर के महासचिव रामभजन ने कहा कि ई-कॉमर्स व्यापार में अमेजन एवं फ्लिपकार्ट के अनैतिक व्यापार देश में आर्थिक महामारी के रूप में बढ़ रहा है। इससे देश के लगभग सात करोड़ व्यापारियों के समक्ष रोजी-रोटी का खतरा उत्पन्न हो गया है। यदि इन कंपनियों को मनमानी से नहीं रोका गया, तो भारत के 45 लाख करोड़ रुपये के रिटेल बाजार पर एकाधिकार स्थापित करते हुए इस्ट इंडिया कंपनी का द्वितीय संस्करण बनाने की कोशिश करेगी। मोबाइल विक्रेता संघ अरुण कुमार ने बताया कि ऑनलाइन बिक्री की वजह से बिक्री काफी कम हो गया है। बेहद सुनियोजित तरीके से कंपनियां लागत से भी कम मूल्य व डिस्काउंट प्रणाली जारी रखा है। हिन्दी बाजार व्यवसायी संघ के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा ने कहा कि ऑनलाइन कंपनी का डुप्लीकेट सामान बाजार में फैला पड़ा है। चैंबर के अध्यक्ष संजीव रंजन कुमार ने कहा कि सभी विचारों को कलमबद्ध कर पत्र तैयार किया जाएगा और डीएम, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व वित्त मंत्रालय प्रतिस्पर्धा अभियोग को भेजा जाएगा। संचालन पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल ने किया। उन्होंने कहा कि सरकार को न्यूनतम मूल्य प्रणाली लागू करना चाहिए। बाजार में संतुलन बनाए रखने के लिए एमओपी तय करना जरूरी हैं। बैठक में प्लाईवुड हार्डवेयर संघ के जयप्रकाश, कृष्णा प्रसाद, गोलू कुमार, अनवर फारुखी, रवि अग्रवाल, विजय कुमार, डॉ. विवेक गौरव, केशव कृष्णा, देवनारायण गुप्ता, राजेश कुमार, अजय कुमार, हेमंत कुमार, सुधीर गुप्ता आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष अभिमन्यू कुमार ने किया। राष्ट्रगान के साथ सभा समाप्त हुई।