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बेनामी लोगों के नाम पर हुई 186 एकड़ भूमि की खरीदारी

कल्याणपुर विधायक सचिद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि सांसद व पूर्व मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह ने अपने कार्यकाल में चीनी मिल के लिए सरियतपुर में फर्जी कंपनी के नाम पर 186 एकड़ जमीन की खरीदारी कराई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 01:04 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 06:33 AM (IST)
बेनामी लोगों के नाम पर हुई  186 एकड़ भूमि की खरीदारी
बेनामी लोगों के नाम पर हुई 186 एकड़ भूमि की खरीदारी

मोतिहारी । कल्याणपुर विधायक सचिद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि सांसद व पूर्व मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह ने अपने कार्यकाल में चीनी मिल के लिए सरियतपुर में फर्जी कंपनी के नाम पर 186 एकड़ जमीन की खरीदारी कराई। वह भी बेनामी लोगों के नाम पर। कंपनी को यह जमीन किसानों को प्रलोभन देकर औने-पौने दाम पर ले ली गई। कहा गया कि चीनी मिल बन जाने के बाद उनके परिवार के एक-एक सदस्यों को नौकरी दी जाएगी। शंभू नाथ ड्रोनियल व राजेंद्र कुमार बबुना के नाम पर यह भूमि किसानों से निबंधित कराई गई है, जिनका 11 वर्षों में कोई अता-पता नहीं है।

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वे बुधवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। कहा कि डॉ. अखिलेश कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की पोल खोलने चले हैं। वे खुद बताएं कि अपने पांच साल के कार्यकाल में कौन सी ऐसी योजना है, जिसका शिलान्यास कराने के बाद उद्घाटन किया हो। जबकि, पांच साल के राधामोहन सिंह का रिकॉर्ड भी देख लें। इनके कार्यकाल में योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी हुआ। लोग लाभान्वित भी हो रहे हैं। मदर डेयरी को लेकर कहा कि जमीन प्राप्त करने के वक्त किसान यही सवाल करते थे कि सरियतपुर की तरह जमीन लेकर काम होगा या नहीं। कृषि मंत्री के प्रयास से 18 महीने की जगह मदर डेयरी 9 माह में ही बनकर तैयार हो गया। उत्पादन भी शुरू हो गया। जहां तक बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बात है उसमें मदर डेयरी के अफसर, डेयरी सर्विस से जुड़े लोग व किसान प्रतिनिधि हैं। बोर्ड ऑफ डारेक्टर में ढेकहां के एक राजद नेता की पत्नी भी हैं। पूर्व मंत्री ने बह्मर्षि समाज को हर जगह नुकसान पहुंचाया है। तरारी व मुजफ्फरपुर उदाहरण है। 2019 में पूर्वी चंपारण फिर आए तो पूर्व से प्रयासरत प्रदीप मिश्रा का टिकट कटवाया। इसके बाद माधव आनंद को बेटिकट कर अपने पुत्र को चुनाव मैदान में खड़ा कर दिया।

विधायक सचिद्र ने कहा कि मदर डेयरी के लाभ के यहां के पशुपालक वंचित रहे इसका पूरा प्रयास किया गया। राज्यसभा में चार जनवरी 2018 को सांसद मनोज कुमार झा ने आवाज भी उठाई थी। उनके सवालों का कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने जवाब भी दिया था। जिले के दुग्ध उत्पादकों ने एक उत्पादक कंपनी निगमित करने हेतु संयुक्त रूप से अनुरोध किया था। इसके लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने सहायता की थी। 12 अप्रैल 2017 को निगमित किया गया था। परियोजना 3269.49 लाख रुपये के परिव्यय (बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के 1107.54 लाख रुपये के अंशदान सहित) के साथ अनुमोदित किया गया। परियोजना का लक्ष्य पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज जिले के एक हजार गांवों में पचास हजार दूध उत्पादक सदस्यों को लाभान्वित करना है। मौके पर विधायक श्यामबाबू प्रसाद यादव, विधान पार्षद बबलू गुप्ता व मीडिया प्रभारी गुलरेज शहजाद मौजूद थे।

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बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के डायरेक्टर की सौंपी सूची : श्रीमन नारायण पांडेय कंपनी सचिव दिलावरपुर केसरिया, कुमकुम कुमारी, निदेशक, ढेकहां बाजार, संदीप कुमार, निदेशक, सोनीपत, प्रभुनाथ दुबे, निदेशक घनश्याम पकड़ी चकिया, कुंदन कुमार, निदेशक कवैया घोड़ासहन, सुरेश पासवान, निदेशक, भगवानपुर तेतरिया, राजकिशोर कुमार, एडिशनल डायरेक्टर बलभद्रपुर नरहा पानापुर, ललित कुमार, एडिशनल डायरेक्टर मटियरिया तुरकौलिया, अनिता कुमारी एडिशनल डायरेक्टर, राजेपुर व प्रतिभा देवी एडिशनल डायरेक्टर हरदिया अरेराज के नाम हैं।

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