लॉकडाउन में बच्चे घरों में खेल रहे लूडो, बना रहे वीडियो
कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के दौरान बच्चे घरों में कैद हैं। कुछ बच्चे बिहार से बाहर पढ़ते थे जो जैसे तैसे घर पहुंचे है। जिनकी पठन पाठन और दिनचर्या घरों में कैसे कटे इसके जुगात में लेंगे।
रक्सौल । कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के दौरान बच्चे घरों में कैद हैं। कुछ बच्चे बिहार से बाहर पढ़ते थे जो जैसे तैसे घर पहुंचे है। जिनकी पठन पाठन और दिनचर्या घरों में कैसे कटे इसके जुगात में लेंगे। नगरपरिषद क्षेत्र के नागा रोड निवासी शिवपूजन प्रसाद के पौत्र आदित्य कुमार ने बताया कि गोटन राजस्थान में पढ़ते है। दसवीं की परीक्षा चल रही थी। इस बीच कोरोना की कहर की सूचना मिली जिसे मन बेचैन हो गया । 31 मार्च को अंतिम पेपर था। इस बीच स्कूल बंद हो गया । परीक्षा स्थगित हो गया। घर जाने के लिए सवारी साधन की दिक्कत थी। जैसे तैसे टिकट हुई 20 मार्च को रक्सौल आये है। परिवारजनों के बहुत अच्छा लग रहा है। घरों में टीवी देखते है, पढ़ाई के अलावे ड्रॉइंग, कैरमबोर्ड खेलते है। घरों में भी हम एक दूसरे से दूरी बनाकर रहना पड़ रहा है। बहुत कठिन है दिन काटना। एक बात ही अच्छा लग रहा है कि घर परिवार के साथ एक दूसरे से खूब बात करते हैं। आर्यसमाज रोड स्थित श्याम मंदिर के समीप निवासी भैरो प्रसाद गुप्ता के पुत्र धनंजय कुमार ने बताया कि कोरोना के कारण परीक्षा स्थगित हो गया। इसका बहुत दु:ख है। राजस्थान के गोटन से घर तो पहुंच गए। लेकिन कोरोना के कारण लॉकडाउन है। जिसे घर में ही कैद है। एक बात बहुत अच्छा है। पापा और मम्मी हम सब मिल जुलकर खूब बात करते है। इस दौरान मम्मी चाय पानी और पकौड़ा आदि परोसती है। इसके बावजूद कोरोना वायरस का भय है। दिनचर्या में पठन पाठन के अलावा कैरमबोर्ड सब मिलकर खेलते है। घोड़ासहन नहर पथ कौड़िहार चौक निवासी धर्मेंद्र गुप्ता के पुत्र ऋषभ गुप्ता वर्ग 8 ने बताया कि अंकल पठन पाठन के बाद कैसिनो बजाते है। इतना समय कैसिनो प्रैक्टिस के लिए कभी नहीं मिला। इन दिनों देशभक्ति , कोरोना वायरस को लेकर जनजागरूकता वाली गीत का रियाज कर रहे है। सबसे मस्त बात है, मम्मी -पाप से खूब बात करते है। रुतुल गुप्ता ने बताया कि 11 वीं की परीक्षा समाप्त होने पर मम्मी-पापा के साथ पिकनिक मनाने जाने का प्रोग्राम था। कोरोना वायरस के प्रकोप ने सब चौपट कर दिया। इन दिन 11वीं और 12 वीं का मैथ और साइंस की तैयारी कर रही हूं। लक्ष्य है कि आधा पाठ्यक्रम पूरा कर लूं। छोटा भाई कैसिनों मस्त बजाता है। जब वो प्रेक्टिक्स करता है तो सब उसका मनोबल बढ़ाते है। इधर मम्मी के साथ कुछ डिस भी बनाकर पूरे परिवार एक साथ खाते है। काफी दिनों के बाद एक साथ सब लोग रहते है। हम एक दूसरे को अपनी यादे और सोच शेयर कर दिन कटता है। प्रखंड क्षेत्र के नोनेयाडीह पंचायत के खेखरिया गांव निवासी मो. अब्दूल वहाब के पुत्र मो़. समीर ने बताया कि वे अपने भाई-बहनों के साथ लूड़ों खेलकर समय काट रहे है। मो. नासीर, सहनुमा प्रविन आदि लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में ही रह रहे है। सभी ने कहा कि हमलोगों को जब बाहर निकलना ही नहीं है तो समय पास करने के लिए इंडोर गेम लूडो खेल रहे है। कुछ इसी तरह का हाल शहर के आश्रम रोड निवासी आफताब आलम के घर का भी है। यहां बच्चे कुछ समय टेलीविजन के पास तो कुछ समय मोबाइल पर गेम या फिर टिकटॉक वीडियो बनाने में व्यस्त रह रहे है।